बिलासपुर में डीजे की तेज आवाज से एनीमिया पेसेंट बच्चे का ब्रेन हेमरेज , डॉक्टरों में दो राय

बिलासपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): पर्व के नाम पर हुड़दंग कर डीजे बजाने (loud sound of DJ in Bilaspur) वाले हुड़धंगियों की वजह से एक बच्चा जीवन और मौत की जंग लड़ रहा है. दही हांडी और जन्माष्टमी को लेकर बिलासपुर के देवी नगर इलाके में आरोपियों ने तेज आवाज कर डीजे बजाया. जिसकी वजह से मंगलवार रात को बच्चे की तबियत खराब हो गई. लड़का बेहोश हो गया. आनन फानन में बच्चे को बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है. डॉक्टरों के मुताबिक बच्चे को ब्रेन स्ट्रोक (brain stroke) आया. जिससे वह जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है

बच्चे के बीमार पड़ने पर डॉक्टरों में दो राय

देवी नगर महाराणा प्रताप चौक (Devi Nagar Maharana Pratap Chowk) के रहने वाले अलीम अंसारी के ढाई साल के पुत्र का इलाज अपोलो अस्पताल (Apollo Hospital) में चल रहा है. ढाई साल के अमन अंसारी को जन्म से ही एप्लास्टिक एनीमिया (anemia patient child) की बीमारी है. जिसमे शरीर में खून बनने की क्षमता खत्म हो जाती है. ढाई साल के अमन का इलाज बैंगलोर में चल रहा था, जिससे वह ठीक था. लेकिन मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात डेढ़ बजे उसके घर के सामने अचानक तेज आवाज में डीजे बजा. आवाज की तरेंगे इतनी तेज थी कि वह सीधे सोए हुए बच्चे के दिमाग पर असर किया. इस मुद्दे पर डॉक्टरों की दो राय (doctors have two opinion) है. फैमिली डॉक्टर ने कहा कि बच्चा डीजे की आवाज से बीमार पड़ा है. जबकि अपोलो के डॉक्टर का मानना है कि बच्चे को एनीमिया का अटैक आया है.

बच्चे को बैंगलोर ले जाने की तैयारी

पिता अलीम अंसारी ने बताया कि डीजे की तेज आवाज आयी अमन चिल्लाने लगा और एकाएक बेसुध हो गया. उसका शरीर शांत पड़ गया और आंखे पलट गई. ढाई साल के बच्चे का अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा है.जहां चिकित्सकों ने अमन को स्थिर बताया है.तेज आवाज के बाद अपने शरीर से नियंत्रण खो चुके अमन को अब बैंगलोर ले जाने की तैयारी की जा रही है.

पुलिस प्रशासन परमिशन देकर क्यों नहीं करती मॉनिटरिंग

डीजे संचालकों के खिलाफ ठोस कार्रवाई पुलिस प्रशासन नहीं करता है. डीजे संचालक सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं. निर्धारित आवाज से तेज आवाज में डीजे बजने के कारण और उससे निकलने वाली वाइब्रेशन से बुजुर्ग, हार्ट पेशेंट और जिनको हार्ट में पेसमेकर लगा होता है उनको शारारिक परेशानियां होती है. जिसका गहरा असर हो रहा है.