कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ): कटघोरा को जिला बनाने पत्रकारों की मोटरसाइकिल रैली और अधिवक्ताओं के क्रमिक धरना प्रदर्शन के बीच अब नगर मेडिकल एसोसिएशन, भाजपा, पनिका समाज, ब्राह्मण समाज, सर्ववर्गीय जायसवाल समाज तथा जायसवाल महिला सभा कटघोरा तथा अन्य सामाजिक संगठनों के बाद कटघोरा के सिंधी समाज भी कटघोरा को जिला बनाये जाने की मांग के साथ सामने आया है. मंगलवार को सिंधी समाज ने तहसील दफ्तर पहुंचकर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम ज्ञापन सौंपा है. सिंधी समाज ने सीएम से कटघोरा को जिले का दर्जा दिए जाने की मांग सामने रखी है. ज्ञापन सौंपने वालो में सिंधी समाज से जुड़े बड़ी संख्या में कारोबारी शामिल थे.
सीएम को लिखे ज्ञापन में जिले के लिए पूर्व के सरकारी प्रयासों का जिक्र किया गया है. समाज के सचिव सुनील कुमार दुहलानी ने बताया है कि तत्कालीन डॉ रमन सिंह की सरकार की अनदेखी के बाद कांग्रेस के शासन में इस बात की उम्मीद बंधी थी की कटघोरा को जिले के तौर पर अपग्रेड किया जाएगा. ज्ञापन में पूर्व मुख्यमंत्री के उन बयानों का भी हवाला दिया गया है जिसमे उन्होंने विधायक चुने जाने पर कटघोरा को जिला के रूप में प्राथमिकता देने की बात कही गई थी. हालांकि बाद में उन्होंने खुद के इस दावे को खारिज कर दिया था.
कटघोरा सिंधी समाज ने बताया है कि अविभाजित बिलासपुर जिले के लगभग सभी तहसीलो को जिले का दर्जा दिया जा चुका है लेकिन प्रदेश का सबसे पुराना तहसील कटघोरा आज भी अपने अधिकारों से वंचित है. इस पूरे मांग को नगरवासियों के जनभावनाओं से जोड़ते हुए जल्द ही जिला का दर्जा दिए जाने की मांग की गई है. तहसील कार्यालय पहुंचने से पहले सिंधी समाज के सदस्य अधिवक्ताओं के धरना स्थल भी पहुंचे. यह अधिवक्ताओं से उनकी चर्चा भी हुई. ज्ञापन सौंपने वाले में सिंधी समाज के प्रमुख सिंधी पंचायत कटघोरा सचिव सुनील दुहलानी, कोषाध्यक्ष गोपीचंद आहूजा, सहित तुलसीदास, रामचंद्र मोटवानी, नंदलाल परसवानी, पंकज दुहलानी, अजय कटघोरा AP मॉल संचालक प्रदीप वाटवानी, भोजराज सहित समाज के सभी व्यक्तियों का सहयोग रहा.