रायपुर में सविदा कर्मचारियों ने क्यो कराया मुंडन?

रायपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) :- प्रदेश की राजधानी रायपुर में छत्तीसगढ़ विद्युत संविदा कर्मचारी संघ (Electricity Contract Employees Union) अपनी 3 सूत्री मांगों को लेकर 10 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. बिजली विभाग में काम करने वाले संविदा कर्मचारियों ने राजधानी में गुरुवार को प्रदेश भर के संविदा कर्मचारी अपना मुंडन कराकर सरकार और बिजली प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी जाहिर की. इन संविदा कर्मचारियों का कहना है कि जब तक इनकी 3 सूत्री मांग सरकार पूरी नहीं करती तब तक हड़ताल जारी रहेगी. संविदा कर्मचारियों का कहना है कि आज बिजली प्रबंधन का दशगात्र कार्यक्रम मनाया जा रहा है. इसके बाद अगले चरण में संविदा कर्मचारी भूख हड़ताल करेंगे.

3 सूत्री मांग को लेकर कर रहे हैं प्रदर्शन
संविदा पर काम करने वाले इन कर्मचारियों की 3 सूत्री मांगों में पहली विद्युत कंपनी में कार्यरत समस्त संविदा कर्मियों का नियमितीकरण किया जाना है. दूसरी विद्युत दुर्घटना में शहीद हुए संविदा कर्मियों को उचित मुआवजा एवं उनके परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति दी जानी है. जबकि तीसरी मांग जो विद्युत संविदा कर्मी विद्युत दुर्घटनाओं में स्थायी एवं अस्थायी अपंगता का शिकार हो चुके हैं, उन्हें उचित मुआवजा राशि प्रदान की जानी है.

2500 के करीब हैं प्रदेश में कुल संविदा कर्मचारी
पूरे प्रदेश में विद्युत विभाग में संविदा पर काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या करीब 2500 है, जो पिछले 3 साल से 5 साल तक से विद्युत विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. 9 दिनों की हड़ताल के दौरान संविदा कर्मचारी अब तक 9 बार अलग-अलग प्रदर्शन सरकार को जगाने के लिए कर चुके हैं. इन संविदा कर्मचारियों को विद्युत विभाग की ओर से हर महीने वेतन के रूप में महज 8 हजार रुपये ही दिये जाते हैं. इसको लेकर इन लोगों में नाराजगी है. उनका कहना है कि उन्हें भी नियमित किया जाए, जिससे वे भी अपना और अपने परिवार का पालन-पोषण कर सकें