आदिवासी गरीब सपेरा परिवार के डेढ़ वर्षीय कार्तिक धुर्वे जिंदगी और मौत के बीच जीने को मजबूर,लोगो से सहयोग की अपेक्षा,स्व केंद्र से रिफर किया जिला अस्पताल

कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़)विनोद उपाध्याय:- विकासखंड पाली जिला कोरबा के ग्राम पंचायत हरदी बाजार सपेरा बस्ती में एक आदिवासी गरीब सपेरा परिवार के संतोष धुर्वे सांवरा अपने परिवार के साथ निवास करता है उसके पांच बच्चे में चार पुत्री एवं एक डेढ़ वर्षीय पुत्र हैं जो कि पुत्र डेढ़ वर्ष कार्तिक धुर्वे के पेट एवं पैर में बड़ा-बड़ा 3 गोला हो गया है जिस के इलाज के लिए इसके पास पैसे के अभाव है तथा अपने बच्चे का इलाज कराना संभव नहीं है स्थानीय डॉक्टर द्वारा हाथ खड़ा कर दिया गया है और इसके इलाज के लिए लाखों रुपए की आवश्यकता है ग्राम की स्थानीय समाजसेवी में जिला प्रशासन से अपील किया गया है इस परिवार की सहयोग करें और स्थानीय समाजसेवी लोगो ने भी चंदा इकट्ठा करके सहयोग किया जा रहा है जिसमे नरेश टंडन,अजय राठौर,ब्यास राठौर ने
आदिवासी गरीब सपेरा परिवार के मदत के लिए लोगो से अपील किया है कि इस डेढ़ वर्ष के गरीब बच्चे की इलाज के लिए आर्थिक सहयोग करे ताकि बच्चे को एक बार जीवन दान मिल सके एवं अच्छी इलाज हो सके, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरदी बाजार में डॉक्टर एं एन कवर एवं डॉक्टर युधेश सांडे के द्वारा प्राथमिक उपचार किया गया बच्चे की स्थिति को देखते हुए जिला अस्पताल रेफर किया गया ।।