कोरबा : पाली विकासखंड के केराकछार गौठान में हरेली तिहार कार्यक्रम मे पाली तानाखार विधायक मोहित राम केरकेट्टा हुए शामिल .. जिलेवासियों को हरेली तिहार की बधाई एवं किसानों की खुशहाली की कामना.

कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : छत्तीसगढ़ का पहला त्यौहार हरेली इस बार धूमधाम और हर्षोउल्लास के साथ कोविड 19 के साथ पूरी तरह प्रोटोकॉल के तहत मनाया जा रहा है. इस बार राज्य सरकार की विशेष पहल पर हरेली तिहार छत्तीसगढ़ी कलेवर और छत्तीसगढ़ी रंग से सजा-संवरा नजर आएगा. पारंपरिक वेशभूषा के साथ जिले के अंचलों में गेड़ी दौड़, मटका फोड़, रस्सा खींच और छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के स्वाद के साथ बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा.वहीं कृषि पर आधारित इस त्यौहार को हरेली तिहार के माध्यम से छत्तीसगढ़ी संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के उद्देश्य से भी मनाने का निर्णय लिया गया है.

केराकछार गौठान में पाली तानाखार विधायक मोहित राम केरकेट्टा के द्वारा छत्तीसगढ़ के पहला त्यौहार हरेली पर्व ग्रामीणों के बीच मनाए, छत्तीसगढ़ की परंपरा के अनुसार खेती संबंधित उपयोग किए जाने वाली सभी प्रकार के वस्तुओं की पूजा अर्चना की एवं अच्छी बारिश एवं अच्छी फसल की कामना की.

कोरबा जिले विकासखण्ड पाली के ग्राम पंचायत केराकछार में छ्त्तीसगढ़ के पारंपरिक एवं छत्तीसगढ़ का पहला हरेली तिहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. पाली तानाखार विधायक मोहित राम केरकेट्टा केराकछार गाँव पहुंचे यहां उन्होंने ग्रामीणों को हरेली तिहार की बधाई दी. साथ में किसान भाइयों को विभाग द्वारा कृषि सामग्री वितरण किया गया इसे लेकर वे उत्साहित दिखाई दिए. पाली तानाखार विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने किसानों के साथ मिलकर खेती-किसानी में काम आने वाले औजारों और गाय-बैल की पूजा-अर्चना की साथी महिलाओं ने गुड़-रोटी सहित अनेक परंपरागत व्यंजन बनाकर हरेली तिहार में मिठास घोल दी.

इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए पाली तानाखार विधायक मोहित राम केरकेट्टाने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शपथ लेने के बाद ही छत्तीसगढ़ प्रदेश के विकास के लिए कार्य कर रहे हैं. इससे हमारे प्रदेश के त्योहार, संस्कृत व पहचान को बरकरार रखा जाए. 15 वर्ष जो हमारे प्रदेश की पहचान लुप्त हो गई थी, उसे नए सिरे से आगे बढ़ाया जा रहा है. हरेली, तीज व अन्य त्योहारों को बरकरार रखने का प्रयास प्रदेश सरकार का है. नरवा, गरुवा, घुरुवा व बाड़ी पर कार्य किया जा रहा है. यह छत्तीसगढ़ के पहचान हैं. वाटर लेबल बहुत नीचे चला गया है. इसके कारण कई क्षेत्रों में पानी की समस्या पैदा हो गई. इसके लिए नरवा योजना शुरू की गई है, जिसमें जल स्रोतों का संरक्षण किया जा रहा है. गोठान बनाने के पीछे सरकार का उद्देश्य है कि गौ माता को सही जगह मिल सके, चारा मिल सके .इसे लेकर सरकार कार्य कर रही है. इसी प्रकार अन्य क्षेत्रों में कार्य किया जा रहा है.

हरेली कार्यक्रम में ग्राम पंचायत केराकछार में जिला पंचायत सदस्य गणराज सिंह कंवर, पाली मुख्य कार्यपालन अधिकारी विरेन्द्र राठौर , विधायक प्रतिनिधि अनिल गुप्ता , ग्राम पंचायत के सरपंच बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता व महिला एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे.