दुर्ग (सेंट्रल छत्तीसगढ़): भिलाई में ऑनलाइन सट्टेबाजी के आरोप में पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. सभी आरोपी ऑनलाइन आईडी बनाकर हाईटेक तरीके से सट्टेबाजी का काम करवा रहे थे. पुलिस ने स्मृति नगर से तीनों की गिरफ्तारी की है. वहीं इनका मुख्य सरगना जितेंद्र पण्डित उर्फ काले अभी भी फरार है. पकड़े गए सटोरिए स्मृति नगर में किराए के मकान में रहकर सट्टेबाजी का पूरा कारोबार चला रहे थे.
दुर्ग में ऑनलाइन सट्टेबाजी का भंडाफोड़
पुलिस के मुताबिक तीनों आरोपी रुंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज के ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग के छात्र हैं. पुलिस ने आरोपियों के पास से चार मोबाइल, इंटरनेट का कनेक्शन बरामद किया है. आरोपी छात्रों के पास पेटीएम में 2 लाख 38 हजार रुपये की राशि भी पाई गई है. इसके अलावा करीब 8 लाख से ज्यादा की सट्टा पट्टी जब्त की गई है.
आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने जुआ एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. इस केस का खुलासा करते हुए एएसपी संजय ध्रुव ने बताया कि पुलिस की टीम ने मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई की थी. जिसके बाद उन्हें सफलता मिली. लेकिन इनका सरगना अभी फरार है.
आरोपी अश्विनी कुमार पाण्डेय,तेजस पाण्डेय और अतुल पटेल इंग्लैण्ड बनाम इंडिया के बीच हो रहे क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाने का काम कर रहे थे. तीनों हाईटेक तरीके से कैरी 777 नाम के सॉफ्टवेयर से ऑनलाइन आईडी भेजकर सट्टा खिला रहे थे.
सटोरियों द्वारा टेलीग्राम एप के माध्यम से 14 हजार लोगों को जोड़कर रखा गया है. पुलिस ने इनके पास से पेटीएम पर 2 लाख 38 हजार और अन्य माध्यम से 8 लाख 68 हजार 258 रुपए का लेखा जोखा प्राप्त किया है. जिसे 63 यूपीआई अकांउट के माध्यम से जितेन्द्र पंडित उर्फ काले के बताए अकाउंट पर ट्रांसफर किया गया है. इस संबंध में पुलिस सभी ऑनलाइन लेनदेन की जांच कर रही है.