कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) :- कोरबा के इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय में अब सामान्य ऑपरेशनों से लेकर स्तन कैंसर तक की निःशुल्क सर्जरी होने लगी है। इससे दूर-दराज के गरीब ग्रामीणों सहित शहरी इलाकों के भी गरीब मरीजों को अब रायपुर-बिलासपुर के बड़े अस्पतालों तक जाने से छुटकारा मिल गया है। पिछले एक महिने में ही जिला अस्पताल में स्तर कैंसर सहित नाक, कान, गला, आंख, गर्भाशय, हड्डी, जोड़ों से संबंधित बीमारियों सहित प्रसव संबंधी 222 छोटे-बड़े ऑपरेशन निःशुल्क हो चुके हैं। अस्पताल में पदस्थ सर्जन चिकित्सकों ने जिले की दो स्तन कैंसर पीड़ित महिलाओं के भी सफल ऑपरेशन कर उन्हे इस खतरनाक बीमारी से निजात दिला दी है। इसके साथ ही रीढ़ की हड्डी के स्पॉनल फाईब्रोमा बीमारी का भी ऑपरेशन जिला अस्पताल में ही निःशुल्क हो गया है। दुर्घटना में चकनाचूर हुई पैर की हड्डी का ऑपरेशन, हार्निया, पेशाब की थैली में पथरी के भी ऑपरेशन अब जिला अस्पताल में निःशुल्क हो रहे हैं। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी के लिए किए गये प्रयासों से पिछले एक महिने में जिला अस्पताल में औसतन 33 प्रतिशत सर्जरी बढ़ गई है। जुलाई से पहले के तीन महिनों में औसतन 72 ऑपरेशन हर महिने होते थे। जुलाई महिने में इन ऑपरेशनों की संख्या बढ़कर 222 हो गई है। कलेक्टर की पहल से ही जिला अस्पताल में पिछले महिने में ओपीडी मरीजों की संख्या में भी लगभग साढ़े तीन हजार की बढ़ोत्तरी हो गई है। पिछले महिने अस्पताल की ओपीडी संख्या दस हजार से अधिक रही। जिला अस्पताल के सामान्य सर्जरी विभाग में 43, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में 78, हड्डी रोग विभाग में 10, नेत्र रोग विभाग में 87, नाक, कान, गला विभाग में चार मरीजों के सफल ऑपरेशन हुए हैं।
जिला अस्पताल में ऐसे निःशुल्क ऑपरेशन होने से गंभीर बीमारियों से पीड़ित जिले के गरीब मरीजों को ईलाज की अच्छी सुविधा मिल रही है। पहले ऐसे मरीजों को अॅापरेशन के लिए रायपुर-बिलासपुर, भिलाई के साथ-साथ अन्य बड़े शहरों का रूख करना पड़ता था। आने-जाने, ईलाज आदि में मरीजों का काफी पैसा खर्च होता था। जिला अस्पताल में ऑपरेशन निःशुल्क होने से अब मरीजों का यह पूरा खर्चा बच रहा है। इसके साथ ही जिले में ही स्थानीय स्तर पर ईलाज हो जाने से आगे फालोअप के लिए भी सुविधा हो गई है।
जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय में बने दो सुसज्जित मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटरों में रोज ही मरीजों की सर्जरी की जा रही है। पिछले महिने अस्पताल में 199 बड़े और 23 छोटे ऑपरेशन कर मरीजों का सफल ईलाज किया गया है। इन ऑपरेशनों में स्तन कैंसर के कारण बीमार दो महिलाओं की कैंसर गांठों की सर्जरी, किडनी और यूरिनरी ब्लेडर में पथरी, बच्चादानी और गर्भाशय की बीमारी की सर्जरी, हिप ज्वाइंट और पैर की हड्डियों का ऑपरेशन, मोतियाबिंद के ऑपरेशन, जटिल प्रसव संबंधी सर्जरी, नसबंदी, गैंगरीन के ऑपरेशन शामिल हैं। डॅा. बोडे ने बताया कि पिछल़े एक सप्ताह में जिला अस्पताल में ओपीडी मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। पिछले तीन महिनों के औसत ओपीडी छह हजार 541 मरीज प्रतिमाह की तुलना में जुलाई महिने में ओपीडी में लगभग साढ़े तीन हजार मरीजों की बढ़ोत्तरी के साथ दस हजार से अधिक मरीज ईलाज कराने जिला अस्पताल पहुंचे। आईपीडी में भी जून महिने की तुलना में जुलाई माह में लगभग 35 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। खून, पेशाब सहित विभिन्न प्रकार की पैथोलॉजी जांचों में भी लगभग आठ प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। सोनोग्राफी के द्वारा मरीजों की जांच भी 23 प्रतिशत बढ़ी है। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने जिला अस्पताल में मरीजों के बेहतर ईलाज पर संतोष जताया है और अस्पताल में सभी मरीजों का गंभीरता से ईलाज करने के निर्देश पदस्थ डॅाक्टरों को दिये हैं। उन्होंने अस्पताल में मरीजों के लिए जरूरी जीवनरक्षक दवाओं की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए भी मुख्य चिकित्सक एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बोडे को निर्देशित किया है।
धनंजय डिक्सेना की रिपोर्ट….