कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़) :- कलेक्टर रानू साहू ने आज विकासखण्ड पाली का दौरा कर हरदीबाजार इंग्लिश मीडियम स्कूल, उतरदा के बालक छात्रावास एवं उतरदा में ही संचालित किए जा रहे मोहल्ला क्लास का निरीक्षण किया। कलेक्टर प्रवास के दौरान ग्राम नेवसा के पहाड़ में स्थित नेवसा पाठ मंदिर भी पहुंची। श्रीमती साहू ने हरदीबाजार में शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पहुंचकर इस स्कूल को इंग्लिश मीडियम स्कूल के रूप में विकसित करने किए जा रहे भवन एवं आधारभूत संरचनाओं के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने इस स्कूल मे उपलब्ध आधारभूत संरचनाओं, शिक्षकों की भर्ती के साथ-साथ परिसर की साफ-सफाई आदि से संबंधित जानकारी मौके पर मौजूद अधिकारियों से ली। कलेक्टर ने स्कूल के सभी कमरों तक पहुंचकर किए जा रहे निर्माण कार्यों का अवलोकन किया तथा स्कूल में निर्माणाधीन कार्याें को तेजी से समय सीमा में पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इस दौरान मध्यक्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और कटघोरा विधायक श्री पुरूषोत्तम कंवर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार और जिला शिक्षा अधिकारी श्री गोवर्धन भारद्वाज, एसडीएम कटघोरा श्रीमती सूर्य किरण तिवारी, खण्ड शिक्षा अधिकारी श्री डी. लाल, तहसीलदार श्री पंचराम सलामे सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
हरदीबाजार में काॅलेज के नए भवन के लिए भू-अर्जन प्रक्रिया एक सप्ताह में पूरी करने दिए निर्देश –
कलेक्टर ने हरदीबाजार में स्थित शासकीय ग्राम्य भारती महाविद्यालय में पहुंचकर काॅलेज परिसर का अवलोकन किया। यह काॅलेज कोल खदान क्षेत्रांतर्गत अधिग्रहित हो चुका है। अधिग्रहण के पश्चात दूसरी जगह पर काॅलेज के नए भवन के लिए भूमि भी चिन्हांकित कर ली गई है। कलेक्टर ने विधायक श्री कंवर के साथ नए काॅलेज भवन के लिए ग्राम बम्हनीकोना में ढाई एकड़ रकबे में प्रस्तावित भू-स्थल तक पहुंचकर मौका-मुआयना किया। कलेक्टर ने भू-अर्जन की प्रक्रिया को एक सप्ताह के भीतर पूरी कर नए भूमि को काॅलेज भवन के लिए तैयार करने के निर्देश एसडीएम कटघोरा श्रीमती सूर्यकिरण तिवारी को मौके पर ही दिए।
नेवसा पाठ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने बनेगी कार्ययोजना –
कलेक्टर श्रीमती साहू ने विकासखण्ड पाली के अंतर्गत आने वाले ग्राम नेवसा के पहाड़ तक पहुंचकर पहाड़ में स्थित नेवसा पाठ मंदिर का अवलोकन किया। पहाड़ के उपर से नजर आने वाले विहंगम प्राकृतिक दृश्य और मंदिर परिसर में स्थित खूबसूरत तालाब को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसर को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर-विधायक ने उतरदा के छात्रावास भवन का किया निरीक्षण –
कलेक्टर ने विधायक श्री कंवर के साथ उतरदा पहुंचकर गांव में स्थित प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास का भी निरीक्षण किया। इस दौरान छात्रावास भवन के सभी कमरों तक जाकर वस्तु स्थिति का जायजा लिया। कमरों की दीवार और छत पर उखड़े हुए प्लास्टर और दरारों को देखकर तत्काल मरम्मत कराने के निर्देश मौके पर मौजूद सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री एस. के. वाहने को दिए। कलेक्टर ने छात्रावास में उपलब्ध फर्नीचर, अलमारी एवं पंखे आदि का भी अवलोकन किया। सभी कमरों में छात्रों के लिए पंखे और पर्याप्त संख्या में बिस्तर सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने आगामी शिक्षण सत्र के लिए छात्रावास भवन को बालकों के रहकर पढ़ाई करने के लिए सभी व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
कलेक्टर ने उतरदा के मोहल्ला क्लास का किया आकस्मिक निरीक्षण –
कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने विधायक श्री पुरूषोत्तम कंवर के साथ ग्राम उतरदा के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के परिसर में संचालित किए जा रहे मोहल्ला क्लास का आकस्मिक निरीक्षण किया। कलेक्टर ने इस दौरान मोहल्ला क्लास में पढ़ रहे बच्चों से मुलाकात की और उनकी पढ़ाई के बारे में जानकारी ली। उन्होंने मोहल्ला क्लास में बच्चों से उनकी कक्षाओं से संबंधित पाठ ज्ञान को भी परखा। कलेक्टर ने कक्षा नवमीं के विद्यार्थियों को जैव विविधता के बारे में बताया। कलेक्टर ने मौके पर मौजूद शिक्षकों को कहा कि विद्यार्थियों को केवल रटने के लिए ही ना पढ़ाया जाए, पाठ को वास्तविकता से जोड़कर सिखाया जाए। विद्यार्थियों को किताबी ज्ञान के अलावा व्यवहारिक और नैतिकता का भी ज्ञान दिया जाए। कलेक्टर ने विद्यार्थियों को रोज सुबह जल्दी उठकर पढ़ने और हमेशा अव्वल नंबर के साथ पास होने के लिए कहा। कलेक्टर ने क्लास के बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए गिफ्ट के रूप में पेन और चाॅकलेट भी दिया। श्रीमती साहू ने सभी विद्यार्थियों को मन लगाकर पढ़ने और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया और सभी बच्चों का उत्साह बढ़ाया। राज्य शासन द्वारा कोविड-19 संक्रमण के कारण सभी शैक्षणिक संस्थाएं बंद किए गए हैं। विद्यार्थियों की पढ़ाई को जारी रखने के लिए छोटे-छोटे समूहों मे विद्यार्थियों को मोहल्ला क्लास के माध्यम से पढ़ाया जा रहा है।