दर्री (सेंट्रल छत्तीसगढ़) :- एनटीपीसी कोरबा के आश्रित ग्राम इंदिरानगर जमनीपाली का मुख्य मार्ग को एनटीपीसी कोरबा द्वारा दीवार,वेरिकेट आदि लगाकर आवागमन को बाधित कर रखा था।जिस मुख्य मार्ग को एनटीपीसी कोरबा द्वारा बाधित किया गया है वह मार्ग इंदिरानगर जमनीपाली का एक मात्र ऐसा मार्ग है जिसमे कई गांव का लोग आवागमन करते हैं।यहां तक कि एनटीपीसी कर्मचारियों का आवागमन भी लगा रहता है। एनटीपीसी प्रबंधन कोरबा द्वारा लगाया गया बेरिकेड्स से टकराकर गिरने से एक युवक घायल भी हो गया था।जिसके चलते स्थानीय पार्षदगन,एल्डरमैनगण व ग्रामीण स्वयं सुरक्षा के दृष्टिकोण से बेरिकेड्स को रास्ते से किनारे किया।
कोई अधिकारी समस्या का निराकरण करना ही नहीं चाहते :– विजय कुमार साहू,पार्षद वार्ड 48 सुमेधा
एनटीपीसी प्रबंधन को बारम्बार समस्या से अवगत कराने के बावजूद भी गंभीरता से नहीं लेता शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार है फिलहाल कोई भी अधिकारी समस्या का निराकरण न करके मौन धारण करे बैठे हैं।जिसके चलते हमें आज सुरक्षा के मद्देनजर यह कार्य शांतिपुर्ण ढ़ंग से किया है।अगर समय रहते एनटीपीसी प्रबंधन समस्या का समाधान नहीं करती है तो उग्र आंदोलन होगी जिसकी सम्पूर्ण जबाबदारी एनटीपीसी प्रबंधन की होगी।
गोपालपुर गेट को यथाशीघ्र चालू करे नहीं तो होगी जन आंदोलन : श्रीमती पूषा देवी कंवर,पार्षद वार्ड क्र 47 जमनीपाली
वार्ड 47 के पार्षद श्रीमती पुष्पा देवी कंवर ने बताया एनटीपीसी प्रबंधन कोरबा ने गोपालपुर पहुच मार्ग गेट को भी बंद कर दिया है जबकि ग्राम गोपालपुर में केंद्रीय विद्यालय है और छोटे-छोटे छात्र छात्राओं के साथ-साथ अभिभावकों को भी आने जाने में बहुत परेशानी होती है,यहां तक की एनटीपीसी प्रबंधन के दिशानिर्देश है कि आपात परिस्थितियों हॉस्पिटल जाने के लिए भी गेट को नहीं खोला जाता है।एनटीपीसी प्रबंधन यथाशीघ्र गेट को खुलवाने में अपना सहभागिता निभाए अन्यथा निकट भविष्य में जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में विशाल जन आंदोलन होगा।
एनटीपीसी के अड़ीयल रवैये से ग्रामीण परेशान :– मनीराम साहू,एल्डरमैन नगरपालिक निगम कोरबा
जमनीपाली ग्राम के वरिष्ठ नागरिक एवं नगर पालिक निगम कोरबा के एल्डरमैन मनीराम साहू ने बताया कि मुख्य मार्ग एवं गेट की समस्या को लेकर एनटीपीसी प्रबंधन को अनेकों बार अवगत कराने के बाद भी अपने अड़ियल रवैये से बाज नहीं आ रहा है और मार्ग में आवागमन बाधित कर रहा है जो कतई उचित नहीं है, ग्राम के साठ फिट चौड़ा मुख्य मार्ग को अवरोध कर दस फिट का पहुंच मार्ग बनाया है जिसमे भी दो से तीन लोगों का निजी जमीन है जिसका मुआवजा किसानों को अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। एनटीपीसी प्रबंधन शीघ्रातिशीघ्र समस्या का समाधान करे नहीं तो ग्रामीणों द्वारा निकट भविष्य में होने वाली आंदोलन में किसी भी प्रकार जान माल की क्षति का संपूर्ण जबाबदारी एनटीपीसी प्रबंधन की होगी।
अब देखना ये है कि जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों के साथ समीक्षा बैठक कर एनटीपीसी प्रबंधन समस्या का समाधान करती है या जनप्रतिनिधियों सहित ग्रामीणों को आंदोलन के लिए मजबूर करती है।