बिलासपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): तीन दिन पहले महमंद में हुई नाबालिग लड़की की हत्या के मामले (mehmand minor murder case) में तोरवा पुलिस (Torwa Police station in bilaspur) ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी मृतका के मोहल्ले का ही रहने वाला है जो उससे एक (murder in one sided love) तरफा प्रेम करता था. सफल नहीं होने पर आरोपी ने अपने साथी के साथ मिलकर लड़की की हत्या कर दी.
एकतरफा प्रेम में हत्या का आरोपी गिरफ्तार
प्रेम में सफल न होने पर उतारा मौत के घाट
बता दें कि कि, 30 जून की सुबह लड़की शौच के लिए गई हुई थी. इसी दौरान आरोपी सूरज कश्यप अपने साथी महेंद्र पासी के साथ उसका पीछा किया. दोनों आरोपियों ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने की कोशिश भी की, लेकिन सफल नहीं होने पर बेरहमी से एल्युमिनियम की तार से उसका गला घोंट कर हत्या कर दी. इधर दोपहर तक लड़की के घर वापस नहीं आने पर परिजन उसकी तलाश करने लगे. तलाशी के दौरान लड़की की लाश पास के जंगल मे मिली.
पुलिस ने 25 से ज्यादा लोगों से की थी पूछताछ
परिजनों की सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच में जुटी. इस केस में पुलिस ने 25 से अधिक लोगों से पूछताछ की, जिसके बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर सूरज कश्यप और महेंद्र पासी को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की. आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है.
डेढ़ साल से एकतरफा प्रेम करता था आरोपी
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी सूरज कश्यप पिछले डेढ़ साल से मृतका से एक तरफा प्रेम करता था. उसने कई बार उसको रिझाने की कोशिश भी की थी. इतना ही नहीं आरोपी हर पल उस पर नजर बनाए हुए था. नजर रखने के लिए उसने लड़की के घर के सामने रहने वाले अपनी उम्र से बड़े एक व्यक्ति से दोस्ती तक कर रखी थी. वह किसी तरह से लड़की के करीब आना चाहता था, लेकिन फिर भी जब लड़की उसकी बातों में नहीं आई, तो उसने उसकी हत्या कर दी.
आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर लोगों ने किया था प्रदर्शन
महमंद में नाबालिग लड़की की हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग और क्षेत्र में बढ़ते अपराध को लेकर क्षेत्रवासी गुस्से में थे. यही वजह है कि सैकड़ों की संख्या में लोगों ने बीते दिनों आईजी और कलेक्टर ऑफिस का घेराव भी किया था. क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे अपराध के मामलों को लेकर लोगों का गुस्सा पुलिस के खिलाफ दिखा. यही वजह है कि लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी और क्षेत्र में बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने कलेक्टर और आईजी कार्यालय का घेराव किया था. कलेक्टर के नाम ज्ञापन देकर जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग भी की थी.