कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के आह्वान पर पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी एक जुलाई से रोका-छेका अभियान शुरू हो रहा है। अभियान के तहत शहरी तथा ग्रामीण इलाकों में पशुओं को खुले में छोड़ने से रोकने की कार्यवाही की जाएगी। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने जिले के सभी पशुपालकों से अपने पशुओं-मवेशियों को दिन के समय खुले में न छोड़कर गौठानों में रखने की अपील की है। चालू खरीफ मौसम के दौरान रोका-छेका अभियान से खेतों में लगी खरीफ फसलों की खुला छोड़े गए पशुओं से चराई को रोका जा सकेगा। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने जिले के सभी पशु पालकों एवं किसानों से खरीफ फसलों को मवेशियों के चरने से बचाने के लिए रोका-छेका अभियान में हिस्सा लेने की और इसकी सफलता के लिए प्रशासन की मदद करने की अपील की हैं।
कलेक्टर श्रीमती साहू ने कहा कि जिले के गौठानों में पशुओं के लिए चारे-पानी की व्यवस्था की गई है। खुले में चरने वाले मवेशियों को गौठान में रखने से खेतों में लगी फसलों की सुरक्षा होगी तथा पशुओं के गोबर से गौठान में वर्मी कम्पोस्ट भी बनाया जा सकेगा। कलेक्टर ने कहा कि रोका-छेका व्यवस्था लागू करने के लिए गांव के पंच-सरपंच, जन प्रतिनिधि, गांव के वरिष्ठ नागरिकों, चरवाहों सहित गौठान समिति, पूर्व सरपंच एवं महिलाओ की भूमिका महत्वपूर्ण है। सभी ग्राम पंचायते खेतों में बोई गई फसलों की सुरक्षा के लिए रोका-छेका व्यवस्था को लागू करने के लिए ग्रामीणजनों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर अपनी-अपनी पंचायतों में विस्तृत कार्य योजना बनाए।
गौठानों में पशु स्वास्थ्य शिविर, किसान क्रेडिट कार्ड बनाने एवं सामग्री वितरण का किया जायेगा आयोजन- एक जुलाई को रोका-छेका अभियान के अंतर्गत जिले के गौठानों में विभिन्न गतिविधियों एवं कार्यक्रमों का संचालन किया जाएगा। गौठानों में उपस्थित ग्रामीण एवं प्रतिनिधियों को रोका-छेका कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य अपने मवेशियों को खुले में नहीं छोड़ने का शपथ दिलाया जाएगा। इस दौरान गौठानों में पशुपालकों से गोबर खरीदी के साथ विभिन्न शासकीय विभागों और अन्य जरूरतमंद किसानों को गौठानों में बनी कम्पोस्ट खाद का वितरण किया जायेगा। इस दिन गौठानों से जुड़े स्व सहायता समूहों द्वारा बनाई गई सामग्रियों का प्रदर्शन और बिक्री भी होगी। गौठानों में पशुओं की स्वास्थ्य जांच के लिए शिविर लगाये जायेंगे। पशु पालन और मछली पालन के इच्छुक किसानों के किसान के्रडिट कार्ड भी इस दौरान बनाये जायेंगे। कृषि, पशु पालन, मछली पालन, उद्यानिकी विभाग की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियों को सामग्री वितरण भी किया जायेगा। गौठान में चरवाहों का सम्मान किया जाएगा। गौठानों में पशुधन की पूजा की जाएगी तथा रंगोली आदि से साज-सज्जा किया जाएगा। गौठानों में हरा चारा-पैरा की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाएगा। किसानों को गौठानों में अपने मवेशियों को नियमित रूप से भेजने के लिए भी कहा जायेगा।