कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) :- हरदी बाजार हरदीबाजार से लगे ग्राम सुवाभोंडी व रेकी के बीच लीलागर नदी गुजरी हुई है जो की पहली ही बारिश से लीलागर नदी कि पानी पुल से 3 फीट ऊपर चलने लगा यह पानी अचानक दोपहर 2:00 बजे बारिश बंद होने के बाद बड़े आसपास के लोग एवं राहगीर देखते ही रह गए आखिर यह काला कोयला पानी कहां से छोड़ा जा रहा है इसके लिए क्षेत्र के लोगों ने यह भी बताया कि एसईसीएल दीपका खदान के पानी को प्रबंधक के द्वारा हर वर्ष लीलागर नदी में छोड़ दी जाती है यही वजह है कि नदी में गंदा कोयला पानी बह रहा है , रेकी मार्ग के बीच बना पुल पूरी तरह से जर्जर हो गई है इस फूल को नवनिर्मित बनाने के लिए क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने कई बार आवाज उठाई है फिर भी यह फूल नहीं बन पाई है हर वर्ष इसी तरह इस पुल से 3 फीट 4 फीट के दायरे में पानी बह रही हैं क्योंकि एसईसीएल दीपका खदान लीलागर नदी से लगी हुई है जो कि एसीसीएल प्रबंधक के द्वारा खदान में अधिक पानी होने की वजह से नदी पर छोड़ दी जाती है जिस कारण राहगीरों को इसकी परेशानियां उठानी पड़ती है आज भी इसी तरह दोपहर 2:00 बजे एसईसीएल प्रबंधक के द्वारा दीपका खदान से पानी छोड़ा गया देखते ही देखते लीलागर नदी की बढ़ने लगी लोग अपनी मंजिल की ओर जाने के लिए एक दूसरे की सहारा लेकर मोटरसाइकिल को उठाकर अपनी दूसरे स्थान पर ले जाया गया यह नजारा इस लीलागर नदी में देखने को मिला, ग्रामीणों का कहना है कि लीलाधर नदी से इस तरह से पानी के बहाव बढ़ जाने की जो समस्या बनी हुई है इससे कब हर राहत मिलेगी लोगों का मांग है कि इस पुल को जल्द से ज्यादा नया पुल बनाया जाए पहले इस मार्ग में प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत पुल को बनाया गया था जबकि अब पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा इस रेकी मार्ग को हैंडोवर ले लिया है फिर भी अभी तक नया पुल निर्माण नहीं बन पाई है जिसके लिए लोगों में आक्रोश नजर आई ।