पाली:- इंडियन पब्लिक स्कूल के सफलतम 10 वर्ष पूर्ण होने पर दो और शाखा का शुभारंभ, कोरोना से दिवंगतों के बच्चों को मिलेगा निशुल्क दाखिला..! हम दर्द तो नही लेकिन शिक्षा जरूर बांटेंगे- राकेश मिश्रा


कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- क्षेत्र के सामान्य एवं गरीब परिवार के बच्चों को उत्कृष्ट रूप से बौद्धिक के साथ शारीरिक शिक्षा देने हेतु कृत संकल्पित इंग्लिश माध्यम संस्था का इंडियन पब्लिक स्कूल के सफलतम 10 वर्ष पूर्ण होने पर चैतमा एवं पोड़ी में दो और शाखा का शुभारंभ किया गया है जिससे दूर- दराज से यहां अध्ययन के लिए पहुँचने वाले छात्र- छात्राओं को अब शारीरिक एवं आर्थिक परेशानियों का सामना करना नही पड़ेगा, साथ ही कोरोना से मृत पालकों के बच्चों को निशुल्क दाखिला देते हुए शिक्षित करने का बीड़ा भी प्रबंधन ने उठाया है।

बता दें कि पाली नगर के चैतुरगढ जाने वाले मुख्यमार्ग किनारे संचालित इंग्लिश माध्यम का इंडियन पब्लिक स्कूल जहां नर्सरी से कक्षा दसवीं तक कक्षा का संचालन विशेषज्ञ शिक्षकों के माध्यम से कराया जाता है।पाली निवासी एवं वनविभाग से डिप्टी रेंजर के पद से गत 2010 में सेवानिवृत्त गोरेलाल मिश्रा के जयेष्ठ पुत्र राकेश मिश्रा द्वारा स्थानीय एवं आसपास ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा का लाभ देने जैसे सेवाभावी सोंच के तहत 2008 में इंडियन पब्लिक स्कूल की नींव रखी गई थी और वर्ष 2010 में स्कूल पूर्ण रूप से बनकर अपने अस्तित्व में आ गया जहां अध्यनरत बच्चों को न्यूनतम शुल्क में अनुभवी शिक्षकों के माध्यम से प्रेरणादायक शिक्षा का लाभ देते हुए 10 वर्ष का कार्यकाल सफलता पूर्वक पूर्ण होने पर शिवानी शिक्षण समिति के माध्यम से पोड़ी और चैतमा में भी इंडियन पब्लिक स्कूल अंग्रेजी माध्यम शाखा का शुभारंभ किया गया है जहां वर्तमान नर्सरी से कक्षा 01 तक के क्लास का संचालन किया जाएगा तथा प्रतिवर्ष एक- एक कक्षा संचालन में बढ़ोतरी की जाएगी।स्कूल के दो नए शाखा के खुलने से इन क्षेत्रों एवं इसके आसपास से बेहतर शिक्षा हेतु पाली पहुँचने वाले स्कूली बच्चों को अब लंबी दूरी तय नही करनी पड़ेगी और उनके आसपास ही संचारित एक बौद्धिक, शारीरिक शिक्षा का लाभ मिल सकेगा।स्कूल के डायरेक्टर राकेश मिश्रा ने शिक्षण के विषय पर बताया कि शासन के निर्देशानुसार निःशुल्क शिक्षा के अधिकार के तहत चैतमा व पोड़ी में 30- 30 सीट आरक्षित है जिसमे नर्सरी हेतु 3 से 4 वर्ष एवं कक्षा 01 में 5 से 6 वर्ष के 15- 15 बच्चों हेतु आरक्षण रहेगी।श्री मिश्रा ने यह भी बताया कि कोरोनाकाल मे जिन बच्चों के पालकों (माता- पिता) की मृत्यु हुई है तथा उनके परिजन पढ़ाने में असमर्थ है उन बच्चों का निशुल्क दाखिला लेकर पढ़ाने का जिम्मा स्कूल प्रबंधन ने लिया है।उन्होंने कहा कि इस महामारी के दौर में जिन्होंने अपने अभिभावकों को खोया है उनका दर्द तो हम बांट नही सकते किंतु उनके बगैर बच्चों के भविष्य में शिक्षा पर कोई प्रभाव न पड़े इसके लिए हमारी संस्था उन बच्चों को प्रशिक्षित अध्यापकों द्वारा मुफ्त शिक्षा देकर उनको अपने पैरों में खड़ा होने सहयोग और मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।संस्था का हरसंभव प्रयास रहेगा कि ऐसे बच्चों को ढूंढकर उनकी सहायता ज्ञान अर्जित कराने के रूप में रहे ताकि उनका भविष्य उज्वलता की ओर प्रखर हो सके।यदि ऐसे बच्चे दिखे तो इंडियन पब्लिक स्कूल संस्था प्रबंधन से संपर्क कर समाज के प्रति अपनी एक जिम्मेदारी अवश्य निभाएं।उन्होंने निःशुल्क ऑनलाइन प्रवेश के बारे में बताते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण वर्तमान में शिक्षण संस्था कार्यालय बंद है।अतः निशुल्क प्रवेश के लिए नजदीकी कियोक्स या सीएससी सेंटर में जाकर आनलाइन फार्म भर सकते है।तथा किसी भी प्रकार के समस्या या सुझाव के लिए मो.न. 9340889340 पर संपर्क कर सकते है।