कोरबा : पानी की तलाश में निकले हिरण पर कुत्तो ने किया हमला..ब्रीज से नीचे गिरने पर हिरण की हुई मौत..वन्य प्राणियों की मौत का जिम्मेदार आखिर कौन..

कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) पाली / हिमांशु डिक्सेना : जिले के पाली क्षेत्र के मुनगाडीह में एक हिरण की मौत हो गई. जंगल से प्यास बुझाने आबादी क्षेत्र में आए हिरण पर कुत्तो ने हमला किया और हिरण निर्माणधीन ब्रीज से नीच गिर जाने से उसकी मौत हो गई. कोरबा जिले के पाली क्षेत्रान्तर्गत ग्राम मुनगा डीह में एक हिरण की मौत होने का मामला प्रकाश में आया है. प्रथम दृष्टया पानी के अभाव में वन्यप्राणी की मौत होने का अनुमान लगाया जा रहा है. जानकारी अनुसार मुनगा डीह में ओव्हर ब्रीज का निर्मासन किया जा रहा है और हिरण जंगल से पानी की तलाश में गाँव की ओर आया और ओव्हर ब्रीज के ऊपर चढ़ गया जिस कुत्तों ने हिरण पर हमला करने की कोशिश करने लगे और हिरण ओव्हर ब्रीज से अपनी जान बचाने नीचे गिर गया जिससे उसकी मौत हो गई. हालांकि अभी चिकित्सकीय व विशेषज्ञ तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की गई है.

वन्य प्राणियों की मौत का जिम्मेदार आखिर कौन

ग्रामीणों से मिली जानकारी अनुसार वन्यप्राणी हिरण जंगल से पानी के लिए भटकता हुआ गांव तक पहुंचा था. इसके बाद उसकी मौत हो गई. घटना आज करीब 10:30 बजे की है. ग्रामीणों से घटना की जानकारी मिलने पर वन विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की.

जंगल में पानी नहीं

उल्लेखनीय है इस वर्ष मानसून ने अब तक दस्तक नहीं दी है. इस कारण जंगलों जल स्रोत सूखे हुए है और वन्यप्राणी पानी के लिए भटक रहे हैं. हालांकि विभाग ने बताया कि जंगलों में वन्यप्राणियों के लिए तालाब बनाये गए हैं. जोकि सिर्फ कागजों में सिमट के रह गए हैं. लेकिन वन विभाग के सभी दावे झूठे साबित हो रहे है क्योंकि तालाब तो बनाये गए लेकिन उनमें जल स्रोत न होने से पानी नहीं हैं. लेकिन फिर भी कुछ वन्यप्राणी जंगल से संभवत: पानी की तलाश में भटकते हुए रिहायशी इलाकों में पहुच जातें हैं.

सड़क निर्माण और कोल माइंस से जंगलों का हो रहा सफाया.

पाली मुख्य मार्ग के निर्माण में तथा SECL के कोल माइंस से बड़ी मात्रा में जंगलों के सफाया किया गया जिससे जंगली जानवरों को रहवास की समस्या उतपन्न हो गई है और गर्मी में पीने के पानी के लिए मजबूरन रिहायशी क्षेत्र में आना पड़ता है. और दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं.