पाली नगर से गुजरी एनएच 111 मुख्यमार्ग के गड्ढे व दलदल से परेशान व्यपारियों ने किया चक्काजाम,एसडीएम के लिखित आश्वासन के बाद समाप्त हुआ आंदोलन


हिमांशु डिक्सेना कोरबा(पाली):- पाली नगर से होकर गुजरी नेशनल हाइवे राष्ट्रीय राजमार्ग 111 की हालत इन दिनों किसी के नज़रों से छुपी नही है।नगरीय सीमा का यह मार्ग बड़े-बड़े खतरनाक गड्ढों व कीचड़ से सराबोर है।बारिश के दौरान भारी वाहनों के लगातार आवागमन से यह मार्ग दलदल तथा पग-पग गड्ढों में तब्दील हो चुका है।इस मार्ग से वाहनों का गुजरना तो दूर पैदल चलना तक दुभर हो गया है।आवागमन में लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।मुख्यमार्ग किनारे संचालित विभिन्न संस्थानों के व्यापारियों का गुस्सा आज इसलिए फूटा क्योंकि मुख्यमार्ग की बद्तर हालत से दुकानदारों की बिक्री भी शून्य पड़ी है।ऊपर से बारिश में कीचड़ की छिटक तो सूखे में उड़ते धूल का गुबार व वाहनों के टायरों में दबकर उछलते हुए मार्ग के गिट्टी पत्थर दुकानों के भीतर तक पहुँच रहे है।दूसरी और आए दिन घटित हो रहे सड़क हादसों को लेकर इस दिशा पर पूर्व में प्रशासन को ध्यान दिलाने के बाद भी सड़क सुधार कार्य को लेकर प्रशासन द्वारा गंभीर ना होने के परिणामस्वरूप आक्रोशित व्यापारियों ने आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर लिया।और आज प्रातः 10 बजे स्थानीय गांधी चौक के पास धरना प्रदर्शन प्रारंभ कर दिया गया।

इस बीच मौके पर पहुँचे प्रभारी एसडीएम कटघोरा एवं पाली तहसीलदार जगतराम सतरंज द्वारा आंदोलनकारियों के साथ बैठक कर शीघ्र सड़क मरम्मत कार्य कराए जाने का आश्वासन देकर मनाने का प्रयास किया गया।लेकिन उक्त आश्वासन से असंतुष्ठ व्यापारीगण नारेबाजी करते सीधे सड़क पर उतर आए और चक्काजाम कर दिया।जिसके कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई।और अंततः आधे घण्टे के चक्काजाम के बाद प्रशासन को व्यापारियों के सामने उनकी मांगों पर सहमत होना ही पड़ा।व्यापारियों की मांग थी की महज आश्वासन नही चाहिए।बल्कि तत्काल मार्ग का मरम्मत कार्य प्रारंभ किया जाए व जल्द ही नगर के भीतर से गुजरी सड़क का काँक्रीटिंग कार्य कराया जाए ताकि दोबारा वर्तमान हालात जैसी स्थिति निर्मित ना हो।और इस प्रकार प्रशासन की और से प्रभारी एसडीएम और तहसीलदार के लिखित आश्वासन के बाद व्यापारियों द्वारा चक्काजाम समाप्त किया गया।फिलहाल मार्ग का मरम्मत कार्य तत्काल प्रारंभ करा दिया गया है।आगे देखना है कि व्यापारियों की माँग पूर्ण होने में कितना समय लगता है…..?