रायपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमित मरीजों के आंकड़े कम होते हुए नजर आ रहे हैं. प्रदेश में पिछले 3 दिनों से कोरोना संक्रमितों की संख्या 3 हजार से कम है. हालांकि अभी भी 2 हजार से ज्यादा केस हर रोज दर्ज हो रहे हैं और 50 से ज्यादा लोगों की जान जा रही है. लेकिन अप्रैल और मई के शुरुआती दो सप्ताह में जिस तरह के आंकड़े कोरोना पीड़ितों के आ रहे थे वो डराने वाले थे, ऐसे में प्रदेश के लिए ये काफी राहत की बात है कि संक्रमितों की संख्या में लगातार कमी हो रही है. लेकिन पोस्ट कोविड के मामले अब लगातार देखने को मिल रहे हैं. प्रदेश में ब्लैक फंगस तेजी से लोगों को अपनी चपेट में लेता हुआ दिखाई दे रहा है.
167 patients of black fungus in Chhattisgarhछत्तीसगढ़ में 30 मई तक ब्लैक फंगस के 167 मरीज है. 53 मरीजों के ऑपरेशन अभी तक हो चुके हैं. वहीं रायपुर एम्स में 138 ब्लैक फंगस के मरीज हैं. 45 लोगों का ऑपरेशन किया जा चुका है. प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में ब्लैक फंगस का इलाज किया जा रहा है. ब्लैक फंगस की दवाइयां भी मरीजों को अस्पताल से ही दी जा रही है.
पोस्ट कोविड डायबिटीज के मरीजों में ब्लैक फंगस के केस ज्यादा
कोरोना आईसीयू डिपार्टमेंट हेड ओ पी सुंदरानी ने बताया कि पोस्ट कोविड में ब्लैक फंगस बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है, इम्यूनिटी का कम होना. मरीज वेंटिलेटर या ऑक्सीजन में लंबे समय तक रहा है, स्टेरॉयड का इस्तेमाल ज्यादा हुआ है तो यह इम्यूनिटी को कम करता हैं. कोविड ब्लड में शुगर लेवल को बढ़ाता है. स्टेरॉयड देने से और लेवल और बढ़ जाता है.
शुगर लेवल चेक कराते रहें
डॉक्टर ओपी सुंदरानी ने बताया कि बिना डॉक्टर की सलाह के दवाई ना लें. यदि स्टेरॉयड किसी कारण से लेना पड़ रहा है तो ध्यान देने की जरूरत है कि जैसे ही डॉक्टर बोले इसको बंद कर दें. शुगर के मरीजों को अपना शुगर लेवल हमेशा चेक करते रहना चाहिए. आंख में सूजन है, एक आंख में विजन में प्रॉब्लम हो, चेहरे में दर्द हो या नाक बार-बार बंद हो रही हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए. चेकअप लेट कराने से बीमारी और ज्यादा तेजी से बढ़ती है. तब दिक्कतें और ज्यादा हो सकती है.