रायपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़): रिटायर्ड IAS अधिकारी और छत्तीसगढ़ गोंडवाना गोंड महासभा के प्रदेश अध्यक्ष नवल सिंह मंडावी (Naval Singh Mandavi) का शुक्रवार को निधन हो गया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंडावी के निधन पर गहरा दुख प्रकट करते हुए ट्वीट किया है. मुख्यमंत्री ने नवल सिंह के परिवारजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करते हुए उनकी आत्मा को शांति देने और उनके परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है.
कोरोना संक्रमित थे मंडावी
एनएस मंडावी कोरोना संक्रमित थे. उनका इलाज रायपुर के एक अस्पताल में चल रहा था. इलाज के दौरान शुक्रवार को उनका निधन हो गया. सरकारी नौकरी से रिटायर होने के बाद एन एस मंडावी आदिवासी समाज के कल्याण के लिए काम कर रहे थे. नवल सिंह मंडावी सर्व आदिवासी समाज (sarv aadivasi samaj) छत्तीसगढ़ के महासचिव थे. वह वीर मेला आयोजन समिति और राजा राव पठार समिति के साथ आदिशक्ति मां अंगारमोती ट्रस्ट गंगरेल (Aadishakti Maa Angaramoti Trust) के भी सरंक्षक थे. वह साल 2014 में धमतरी में कलेक्टर के तौर पर कार्यरत थे. उनके कार्यों को आज भी धमतरीवासी याद करते हैं.
राज्यपाल ने मंडावी की आत्मा की शांति के लिए की प्रार्थना
राज्यपाल अनुसुइया उइके ने भी नवल सिंह मंडावी के निधन पर दुख व्यक्त किया है. राज्यपाल ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की और उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है.
सीएम भूपेश बघेल ने मंडावी के निधन पर जताया दुख
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट किया ‘सर्वआदिवासी समाज के मुखर नेता और पूर्व प्रशासनिक अधिकारी नवल सिंह मंडावी नहीं रहे. आजीवन आदिवासियों की चिंता में संघर्षरत रहे मंडावी जी का जाना छत्तीसगढ़ के लिए अपूरणीय क्षति है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और परिजनों को दुख की इस घड़ी को सहन करने की शक्ति दे.’