भिलाई में दिव्यांगों के लिए लगा विशेष कोरोना टीकाकरण कैंप , दुर्ग में पहली बार लगा पैर में टीका…

दुर्ग (सेंट्रल छत्तीसगढ़): भिलाई के नेहरू भवन प्रेस क्लब में दिव्यांगों के लिए विशेष कोरोना वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन हुआ. कैंप में बड़ी संख्या में पहुंचकर दिव्यांगों ने टीका लगवाया. कैंप में 45 लोगों को वैक्सीन लगाया गया. टीकाकरण केंद्र में एक ऐसा मामला देखने को मिला जो अन्य को टीकाकरण के लिए प्रेरित करता है. एक दिव्यांग के दोनों हाथ नहीं होने पर, पैर में वैक्सीन लगाई गई. दिव्यांग गौकरण पाटिल दुर्ग जिले के पहले एेसे व्यक्ति बन गए हैं, जिन्हें हाथ के बजाए पैर में टीका लगाया गया. गौकरण पाटिल बोल भी नहीं सकते हैं. ना ही सुन सकते हैं. इनके भाई नरेंद्र कुमार पाटिल ने बताया कि दोनों हाथ नहीं होने के कारण सारे काम पैर से कर लेते हैं. पैर से चित्रकारी करने के लिए राजधानी में मशहूर भी हैं.

भिलाई में दिव्यांगो के लिए बनाया गया विशेष टीकाकरण केंद्र

टीकाकरण कराने अन्य जिलों से पहुंच रहे लोग
टीकाकरण के लिए दिव्यांग मयंक सिंह बिलासपुर से भिलाई पहुंचे. मयंक सिंह को ही कैंप में सबसे पहले टीका लगाया गया. जब मयंक सिंह को टीका लगा तब पूरे परिसर में उत्साह का माहौल सा बन गया. सभी की निगाहें मयंक सिंह की ओर टिक गई. टीका लगाने के बाद सभी ने उन्हें प्रथम टीकाकरण की बधाई दी. माता कृष्णी सिंह ने बताया कि संभवतः पूरे छत्तीसगढ़ में इस प्रकार की पहली व्यवस्था होगी जिसमें दिव्यांग जनों के लिए विशेष टीकाकरण की व्यवस्था की गई है.



अपर कलेक्टर ने गुलदस्ता देकर दिव्यांग जन का बढ़ाया हौसला
टीकाकरण केंद्र का निरीक्षण करने अपर कलेक्टर बीबी पंचभाई (Additional Collector BB Panchbhai) भी पहुंचे. उन्होंने टीकाकरण के के बाद दिव्यांग जन को पुष्पगुच्छ देकर उनका हौसला बढ़ाया. वहीं कई दिव्यांगों को वाहन से उतारकर व्हीलचेयर के माध्यम से खुद टीकाकरण केंद्र के भीतर लेकर पहुंचे. जितना ज्यादा टीकाकरण को लेकर दिव्यांग जनों में उत्साह था उतना ही अच्छी टीकाकरण केंद्र में भिलाई नगर निगम ने व्यवस्था कर रखी थी.

आने-जाने के लिए वाहन और खाने की व्यवस्था भी

भिलाई नगर निगम जनसंपर्क अधिकारी पीसी सार्वा (Bhilai Municipal Corporation Public Relations Officer PC Sarva) ने बताया कि दिव्यांगों को उनके घरों से टीकाकरण केंद्र तक लाने की व्यवस्था की गई थी. मोहल्लों में जाकर टीकाकरण केंद्र तक ऐसे ही लोगों को ला सके इसके लिए छोटे वाहनों की व्यवस्था की गई थी. टीकाकरण केंद्र में दिव्यांगों के लिए निगम की टीम ने बेहतर व्यवस्था कर रखी थी. ऑब्जरवेशन के लिए पर्याप्त मात्रा में कुर्सियां, बिस्तर की व्यवस्था, पेयजल की व्यवस्था, गर्मी को देखते हुए कूलर की व्यवस्था, भोजन की व्यवस्था प्रशासन ने की थी. टीकाकरण केंद्र के भीतर ले जाने के लिए 10 व्हीलचेयर की व्यवस्था, टीकाकरण के बाद दवाई की व्यवस्था, व्हीलचेयर को आसानी से ले जाने के लिए अस्थाई रैंप की व्यवस्था की गई थी. ज्यादा से ज्यादा ऐसे लोगों का टीकाकरण हो सके इसके लिए दो एएनएम प्रतिभा शर्मा एवं संगीता कौशिक ने सभी को टीका लगाया