बिलासपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): जस्टिस प्रशांत मिश्रा (Justice Prashant Mishra) छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट (Chhattisgarh High Court) के एक्टिंग चीफ जस्टिस होंगे. वे 1 जून को पदभार संभालेंगे. 31 मई को मौजूदा चीफ जस्टिस पीआर रामचंद्र मेनन रिटायर हो रहे हैं. रिटायरमेंट के बाद सीनियर जज जस्टिस प्रशांत मिश्रा को कार्यवाहक चीफ जस्टिस के तौर पर जिम्मेदारी दी गई है. केंद्रीय कानून मंत्रालय ने राष्ट्रपति के आदेश पर इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया है.
हाईकोर्ट में सीनियर जज हैं प्रशांत मिश्रा
हाईकोर्ट के वर्तमान चीफ जस्टिस पीआर रामचंद्र मेनन 31 मई को रिटायर होने जा रहे हैं. जिसके बाद जस्टिस प्रशांत मिश्रा छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के अगले कार्यवाहक चीफ जस्टिस का दायित्व संभालेंगे. जस्टिस्ट प्रशांत मिश्रा हाईकोर्ट में सीनियर जज हैं.
वकालत से शुरू किया था सफर
जस्टिस प्रशांत मिश्रा ने BSC एलएलबी करने के बाद 4 सितंबर 1987 को वकालत शुरू की. उन्होंने मध्यप्रदेश के जिला कोर्ट में अपनी प्रैक्टिस शुरू की. बाद में वो मध्यप्रदेश हाईकोर्ट और फिर छत्तीसगढ़ बनने के बाद छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते रहे. राजस्व और क्रिमिनल केस में दक्षता रखने वाले जस्टिस मिश्रा अतिरिक्त महाधिवक्ता के अलावा महाधिवक्ता की भी जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ में संभाल चुके हैं. 10 दिसंबर 2009 को उन्हें अतिरिक्त न्यायाधीश बनाया गया. साल 2014 में वे जज नियुक्त किए गए.
तेज, तर्रार और बेबाक अंदाज के लिए मशहूर
जस्टिस मिश्रा अपने तेज, तर्रार और बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं. चाहे वे राज्य के डीजीपी हो या फिर बड़े से बड़ा अफसर. जस्टिस मिश्रा अपनी कोर्ट में ऐसे सभी अधिकारियों को पेश होने का आदेश देते रहे हैं. जस्टिस मिश्रा ने बड़े-बड़े मामलो पर सुनवाई की है. फिर चाहे झीरम घाटी हमला हो या फिर समाज कल्याण में हुए करोड़ों के घोटाले का मामला सभी मामलो में जस्टिस मिश्रा ने महत्वपूर्ण आदेशजारी किया. जस्टिस मिश्रा झीरम आयोग के अध्यक्ष रहने के साथ ही राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष भी रह चुके है. बहरहाल हाईकोर्ट में सबसे सीनियर जज होने की वजह से शुरू से ही जस्टिस मिश्रा की बतौर कार्यवाहक चीफ जस्टिस की नियुक्ति के कयास लगाए जा रहे थे.