( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ): छत्तीसगढ़ के 6 जिलों के कलेक्टर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा करेंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री के साथ जिले में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति और कोरोना से निपटने की तैयारियों की चर्चा होगी. कलेक्टर उन रणनीतियों को भी पीएम के साथ साझा करेंगे, जिससे जिले में कोरोना पर लगाम लगाने में मदद मिली है. इस चर्चा में देश के चुनिंदा जिलों को शामिल किया गया है. जिसमें से छत्तीसगढ़ प्रदेश से केवल 6 जिलें शामिल है. रायगढ़, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, कोरबा, सूरजपुर और बलौदाबाजार जिले के कलेक्टर पीएम से कोरोना के हालातों पर चर्चा करेंगे.
संक्रमण को नियंत्रित करने कई नई पहल जिले में की गई. जिसमें गांव-गांव में निगरानी दल का गठन. गावों में पल्स ऑक्सीमीटर की व्यवस्था सहित संभावित मरीजों को पहले ही ट्रेस कर उन्हें मितानिनों के माध्यम से दवाई दी जा रही है. नई पहल के तहत टेस्टिंग की संख्या में बढ़ोतरी, जिले में होम आइसलोशन की अनुमति देना जैसे बहुत से निर्णय शामिल हैं. बलौदाबाजार में वर्तमान में 4,440 मरीज होम आइसलोशन में इलाज ले रहे हैं. इन मरीजों की निगरानी के लिए 50 सरकारी डॉक्टरों की अलग से ड्यूटी लगाई गई है. साथ ही निजी डॉक्टरों की भी मदद ली जा रही है. कोरोना मरीज मानसिक तनाव में रहते हैं. मानसिक तनाव को कम करनें विशेष पहल के साथ डॉक्टरों की एक अलग टीम लगाई गई है. इन प्रयासों के चलते जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर लगाम लगाई गई है.
जिले में है पर्याप्त चिकित्सा सुविधा
प्रधानमंत्री से चर्चा के संबंध में कलेक्टर ने बताया कि 20 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये प्रधानमंत्री से कोरोना संक्रमण के विषय में चर्चा होगी. उन्होंने बताया कि जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर भी विशेष तैयारियां चल रही हैं. किसी भी मरीज को उपचार के लिए जिले से बाहर ना जाना पड़े, इसके लिए भी योजना बन रही है. जिला मुख्यालय में स्थित डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की सुविधा और 500 बिस्तर कोविड हॉस्पिटल है. 500 बिस्तर कोविड हॉस्पिटल जो महज 20 दिनों में जिलेवासियों के सहयोग से तैयार हुआ है. यह राज्य का पहला ऐसा हॉस्पिटल है, जहां मंडी को हॉस्पिटल में परिवर्तित किया गया है. जो पूरी तरह आधुनिकतम सुविधाओं से लैस है. जिले में अभी पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन और वेंटिलेटर सहित नॉर्मल बेड उपलब्ध है.