बिलासपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): कोरोना काल में ट्रेनों का परिचालन प्रभावित है. इस दौरान दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के एसईसीआर का फोकस नई लाइनों के विस्तार और आधारभूत संरचना को विकसित करने पर बना हुआ है. संकट काल में भी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने 2020-21 के दौरान तीन सौ किलोमीटर से ज्यादा का निर्माण कार्य पूरा किया है. वहीं 13 नये स्टेशन में इलेक्ट्रॉनिक इंटर लॉकिंग का लाइन पूरा किया है. इस प्रयास के लिए रेल मंत्रालय ने एसईसीआर के निर्माण विभाग को सर्वश्रेष्ठ निर्माण संगठन घोषित किया है.
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे सबसे अच्छा निर्माण संगठन बना
77 किलोमीटर इलेक्ट्रिक लाइन का काम पूरा
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे सीपीआरओ साकेत रंजन (CPRO Saket Ranjan of South East Central Railway) ने कहा कि यात्रियों को अच्छी सुविधा देना दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की पहली प्राथमिकता रही है. पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 में 303 किलोमीटर की नई रेल लाईन बिछाई गई. 13 नये स्टेशन में इलेक्ट्रॉनिक इंटर लॉकिंग का कार्य पूरा हो गया है. 77 किमी इलेक्ट्रिक लाइन का काम पूरा हो गया है. कोरोना के दौरान दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के निर्माण विभाग ने समय का सदुपयोग किया और निर्माण के क्षेत्र में अपनी धाक जमाई.
इन रेल लाईनों का निर्माण हुआ पूरा
303 किमी लाइन में 228 किमी सिर्फ निर्माण विभाग ने पूरा किया है. जिन लाइनों का निर्माण पूरा गया पूरा किया गया है, उनमें प्रमुख रूप से जबलपुर-गोंदिया लाइन, चिरईडोंगरी से मंडला फोर्ट, कटंगी से तिरोड़ी नई लाइन शामिल हैं. साथ ही झारसुगड़ा-ब्रजराजनगर और राजनंदगांव डोंगरगढ़ के बीच तीसरी लाइन और छिंदवाड़ा से सिवनी के बीच 90 किमी आमान परिवर्तन का काम पूर्ण किया गया है. इन कार्यों के पूरा होने से रेलवे की माल ढुलाई के साथ यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेनों का आवागमन होगा. वहीं इन क्षेत्रों में सामाजिक एवं आर्थिक विकास के नए रास्ते भी विकसित होंगे.