कलेक्टर औचक निरीक्षण पर आज पहुंची लेमरू: आइसोलेशन सेंटर में व्यवस्थाओं का लिया जायजा… लेमरू अस्पताल में जांच कराने आने वाले लोगों से भी की बात होम आइसोलेशन,कांटेक्ट ट्रेसिंग आदि की भी समीक्षा की



कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) :- कोरबा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से बढ़ते कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह सजग है। आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल सुबह से ही कोविड संक्रमण को थामने और मरीजों के ईलाज के लिए की गई व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण करने सूदुर वनांचल क्षेत्र लेमरू के प्रवास पर रहीं। जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार की मौजूदगी में कलेक्टर ने लेमरू प्राथमिक स्वास्थ्य कंेद्र पहुंच कर वहां संदिग्ध कोरोना मरीजों की जांच, आइसोलेशन में रह रहे लोगों के ईलाज आदि सुविधाओं का मौके पर जायजा लिया। श्रीमती कौशल ने स्वास्थ्य केद्र में जांच के लिए आने वाले संदिग्धों, ईलाज के लिए आने वाले संक्रमितों, और नाॅन-कोविड मरीजों तथा लोगों के आने-जाने के लिए रास्ते अलग-अलग करने की व्यवस्था के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने स्वास्थ्य केंद्र में कोविड जांच स्थल पर लोगों से मुलाकात की और उनकी तबियत पूछी। श्रीमत कौशल ने लोगों को सोशल डिस्टेसिंग मेन्टेन करते हुए कोविड जांच कराने की व्यवस्था के निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने लेमरू स्वास्थ्य केंद्र में कोविड की जांच करने में लगे डाक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ को बुलाकर भी जानकारी ली। उन्होंने जांच में कोरोना संक्रमित पाये जाने वाले लोगों की काउंसिलिंग कर उन्हें बरती जाने वाली सावधानियों और दवाईयों तथा ईलाज के बारे में पूरी जानकारी देने के भी निर्देश दिए।
कलेक्टर ने लेमरू के आइसोलेशन सेंटर में व्यवस्थाओं का लिया जायजा, पुलिस गश्त बढ़ाने के भी दिये निर्देश – कलेक्टर श्रीमती कौशल ने लेमरू के हायर सेकेंण्डरी स्कूल भवन में बने आइसोलेशन सेंटर का भी औचक अवलोकन किया। उन्होंने आइसोलेशन सेंटर में मरीजों का ईलाज कर रहे डाक्टर से भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी ली साथ ही सेंटर प्रभारी प्राचार्य से शाला भवन में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में भी पूछा। कलेक्टर ने आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कोविड मरीजों के खाने-पीने, शौचालय, पानी, बिजली, गर्मी के मौसम अनुसार पंखा आदि सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होनंे सभी मरीजों को आइसोलेशन सेंटर में रहते हुए कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करने, सेंटर से बाहर नहीं निकलने और समय पर दवाई आदि खातेे रहने की नसीहत दी। कलेक्टर ने आइसोलेशन सेंटर के आसपास पुलिस निगरानी के लिए गश्त बढ़ाने के भी निर्देश उपस्थित पुलिस अधिकारियों को दिये।
कंटेनमेंट जोन देवाभाठा पहुंची कलेक्टर, लोगों का हौसला बढ़ाया, दवाई किट भी दीं, पटवारी और सचिव को कार्य शैली सुधारने दी दो दिन की मोहलत- कोरबा विकासखंड के दूरस्थ वनांचल गांव लेमरू के प्रवास के दौरान कलेेक्टर श्रीमती किरण कौशल कंटेनमेंट जोन घोषित ग्राम देवाभाठा पहुंची। देवाभाठा कंटेनेमंेट जोन की सीमा पर खड़े होकर अधिकारियों ने ग्रामीणों से बात की, उनकी तबियत पूछी और कोविड संक्रमण तथा उससे बचने के उपायों और ईलाज के बारे में जानकारी दी। श्रीमती कौशल सीईओ श्री कुंदन कुमार के साथ मिलकर ग्रामीणों का उत्साह वर्धन किया और उन्हें कोविड प्रोटोकाॅल का पालन कर कोरोना से जंग जीतने की समझाईश दी। देवाभाठा में कलेक्टर ने जनपद पंचायत के सीईओ से लेकर पटवारी, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सरपंच-सचिव और अन्य मैदानी कर्मचारियों के साथ कंटेनेमेंट जोन में सुविधाओं और मरीजों के ईलाज की व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी ली। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने लेमरू के पटवारी और सचिव द्वारा कंटेनमेंट जोन में मरीजों की संख्या, प्रभावित घरों और परिजनों की संख्या आदि की जानकारी नहीं रखने और घर-घर सर्वे के काम में कोताही बरतने पर नाराजगी व्यक्त की और कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। श्रीमती कौशल ने पटवारी और सचिव को कोरोना के इस महामारी काल में संक्रमण को रोकने के लिए सौंपे गये सभी कामों को जिम्मेदारी से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने पटवारी और सचिव को आगामी दो दिनों में अपना काम सुधारने और वांछित प्रगति लाने के भी सख्त निर्देश दिए। कलेक्टर ने चेताया कि दो दिनों में काम के प्रति गंभीरता और वांछित प्रगति नहीं आने पर पटवारी और सचिव के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। श्रीमती कौशल ने एसडीएम श्री सुनील नायक को सभी कामों की निगरानी कर दो दिनों बाद प्रगति से अवगत कराने के लिए भी कहा। इस दौरान कलेक्टर ने कंटेनमेंट जोन में निवासरत ग्रामीणों से भी बात की। उन्होने देवाभाठा में सर्दी, खांसी, बुखार जैसे इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षणों वाले लोगों के बारे में भी पूछा। श्रीमती कौशल ने ऐसे लक्षणों वाले लोगों को प्रोफाइलेक्सिस के रूप में उपयोग करने दवा किटों का भी वितरण किया। उन्होंने लक्षणात्मक लोगों की पहचान कर उनका कोरोना टेस्ट अनिवार्यतः करने के निर्देश स्वास्थ्य अमले को दिए। कलेक्टर ने लेमरू क्षेत्र में कंटेनमेंट जोनों में लोगों के लिए खाने पीने की चीजों सहित दवाओं और अन्य जरूरी सुविधाओं के बारे में भी समीक्षा की और उचित व्यवस्था बनाने के निर्देश एसडीएम श्री सुनील नायक को दिए।
होम आइसोलेशन में रहकर ईलाज करा रहे मरीजों का आक्सीजन लेवल 90 से कम होने पर तत्काल करायें अस्पताल में भर्ती- कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने लेमरू प्रवास के दौरान मेडिकल टीम से होम आईसोलेशन माॅनिटरिंग के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर ने होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की निगरानी कर रहे कर्मचारियों को उनके स्वास्थ्य के बारे मंे जानकारी लेने, प्रतिदिन आक्सीजन लेबल, दवाई, बुखार, पल्स आक्सीमीटर आदि के बारे में भी जानकारी रखने के निर्देश कर्मचारियों को दिए। उन्होंने डाक्टरों से होम आइसोलेटेड मरीजों के सतत् संपर्क में रहने और लगातार मरीजों की आक्सीजन, तापमान और स्वास्थ्य स्थिति का जायजा लेने के निर्देश दिए। होम आइसोलेटेड मरीजों के आक्सीजन लेवल 90 या उससे कम होने और उनकी तबियत बिगड़ने पर तत्काल उन्हें आक्सीजन बेड वाले आइसोलेशन सेंटर या कोविड अस्पतालों में भर्ती कराने के निर्देश डाक्टरों को दिए। कलेक्टर ने होम आईसोलेशन के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियुक्त स्वास्थ्यकर्मी को हर दिन मरीज या उसके परिजनों से फोन के माध्यम से सम्पर्क में रहने के निर्देश दिए।