छत्तीसगढ़: बिलासपुर किंग्स में पेशेंट मत लाइए यहां मारने का काम हो रहा है… हॉस्पिटल में दम्पती की मौत, नर्सिंग छात्रा बेटी श्रुति ने लगाया लापरवाही का आरोप… देखे वीडियो…

बिलासपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) :- किम्स में अपने पेशेंट को मत लाइये यहां कोविड पेशेंट को मारने काम हो रहा। न तो इस अस्पताल में प्रशिक्षित डॉक्टर है न स्टाफ लापरवाही की जा रही। इसकी शिकायत कलेक्टर से करूंगी। ये कहना है कोरबा की नर्सिंग छात्रा श्रुति जायसवाल का जिसके माता-पिता ने किम्स हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया।

श्रुति ने मीडिया को बताया कि 4 दिन पहले तबियत बिगड़ने पर पिता रमाशंकर जायसवाल और माँ देवकी जायसवाल को यहां किम्स में एडमिट कराया गया। उनके पिता कोविड-19 पॉजिटिव थे और माँ सस्पेक्टेड थी। दोनों का सीटी स्कैन कराया गया जिसकी रिपोर्ट का आज तक पता नहीं है।

यहां न तो प्रशिक्षित डॉक्टर है न स्टाफ और न आवश्यक इक्यूपमेंट, उनकी माँ को निगेटिव होने के बाद जनरल वार्ड में रखा गया। कल रात को जब आक्सीजन लेबल 35 तक पहुंच गया। आनन-फानन में उन्हें कोविड आईसीयू में शिफ्ट कराया गया। वहां न तो ऑक्सीजन बेड था न स्टाफ़ केवल मां को लिटाकर छोड़ दिया गया कोई देखने वाला तक नहीं था।

मैं लगातार अपने मम्मी और पापा के सम्बंध में अपडेट मांगती रही किसी ने कोई जवाब नही दिया। फिर कॉल कर बताया गया कि अंकल को नही बचा पाए ये हालत है। इसी वजह से मम्मी की भी मौत हो गयी। इलाज के नाम पर किम्स में घोर लापरवाही बरती जा रही, यहां कोई पेशेंट मत लाइये सिर्फ मारने का काम हो रहा।

योगेश ने कहा इतने सीरियस कंडीशन में ऐसी लापरवाही
इसी किम्स हॉस्पिटल में कोरबा गेवरा के दिनेश कुमार कर का निधन हो गया। उनके पुत्र योगेश कर ने भी किम्स प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया। पिता की मौत से दुखी योगेश ने कहा कि यहां सारी चीजें लेट है। पता नही कब क्या हो रहा कोई बताने वाला नही। क्या ऐसे सिरियस कंडीशन में किसी अस्पताल में ऐसी लापरवाही उचित है। यहाँ अनपढ़ और अप्रशिक्षित स्टाफ है।

पापा मास्क लगे हालत में काल कर बता रहे यह कोई इंतजाम कोई देखने वाला नही है। मैन कॉल किया कोई जवाब नही दे रहे।ले देकर एक डॉक्टर ने काल रिसीव किया पेशेंट का नाम पूछा फिर कहा ठीक है इलाज हो जाएगा 7 दिन लगेगा, फिर कॉल कर बताए कि 100 परसेंट लंग फैल हो गया है इसके आधे घण्टे बाद बता रहे अंकल नहीं रहे। जांच पर जांच कराई रिपोर्ट नही आया ये कैसा हॉस्पिटल है, ऐसे इलाज होता है।

और कोई जवाबदेह नहीं
हमने किम्स प्रबंधन के कोविड प्रभारी से उनके मोबाइल नम्बर 7694006568 पर 3 बार कॉल कर उनका पक्ष जानने का प्रयास किया, परन्तु उन्होंने कॉल ही रिसीव नही किया।

धनंजय डिक्सेना की रिपोर्ट…