सरगुजा(सेंट्रल छत्तीसगढ़) : कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़े फैलाव के बीच धीमी गति की टेस्टिंग ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. अब तक जिले में एंटीजन टेस्ट पर ही निर्भरता दिखाई जा रही थी. RTPCR जांच के लिए सैंपल नहीं लिए जा रहे हैं. सैंपल नहीं लिए जाने को लेकर वायरोलॉजी लैब के साथ ही अस्पताल प्रबंधन के अपने अलग- अलग तर्क है. RTPCR टेस्ट नहीं होने की वजह से लोगों को अब परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के वायरोलॉजी लैब में ऑटोमेटेड एक्सट्रैक्शन किट के समाप्त होना एक वजह बतायी जा रही है. इसके अलावा बिलासपुर से 3 हजार से अधिक सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं. इस वजह से भी काम का दबाव काफी बढ़ गया था. किट की कमी के कारण RTPCR जांच की क्षमता आधी रह गई है. सैंपल जांच के लिए मशीन में डालने से पहले की प्रक्रिया टेक्नीशियन को हाथों से करनी पड़ती है. लगातार बढ़ते पेंडिंग को देखते हुए RTPCR के लिए सैंपल लेना बंद कर दिया गया है.
जांच के लिए पेंडिंग है सैंपल
पहले लिए गए सैंपल्स को धीरे-धीरे जांच कर क्लियर किया गया है. इसके बाद भी बड़ी मात्रा में सैंपल टेस्टिंग के लिए पेंडिंग रखे हुए हैं. शहर के फुंदुरडिहारी टेस्टिंग सेंटर औरअन्य स्थानों पर भी मरीजों के सिर्फ एंटीजन टेस्ट ही किए गए. ऐसे में चिंता की बात ये भी है कि अभी एंटीजन टेस्ट पर पूर्ण रूप से भरोसा नहीं किया जा सकता है. एंटीजन की रिपोर्ट कई बार मरीज के पॉजिटिव होने पर भी निगेटिव आती है. सैम्पल कलेक्शन केंद्र में अधिकारी-कर्मचारियों का कहना है कि फिलहाल पुराने टेस्ट रिपोर्ट ही पेंडिंग है ऐसे में नए सैम्पल लेकर पेंडिंग नहीं बढ़ाए जा सकते हैं.
वायरोलॉजी लैब प्रमुख और डीन डॉ. मूर्ति के अनुसार पुराने सभी पेंडिंग सैम्पल की जांच पूर्ण हो गई है. एक दिन लिया हुआ सैम्पल प्रक्रिया में है, लेकिन RTPCR की जगह पिछले दिनों में बड़ी संख्या में ट्रू नॉट के सैम्पल ले लिए गए, जिससे जांच रिपोर्ट पेंडिंग हो गए है.