कटघोरा : नव पदस्थ SDM का एक्शन मोड, सार्वजनिक उपक्रमों की बैठक लेकर टीकाकरण, कोविड अस्पताल, लेबर मूवमेंट सहित कई मुद्दों पर 2 दिन में हो प्रगति

कटघोरा( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) :- नव पदस्थ एसडीएम सूर्य किरण तिवारी पद ग्रहण करते ही एक्शन मोड में नजर आ रही है। उन्होंने सार्वजनिक उपक्रमों को 2 दिनों के भीतर शत प्रतिशत टीकाकरण करने के लिए निर्देश दिया है। बता दें कि गेवरा दीपका में अभी भी 45 पार 1200 लोगों को टीका लगना बाकी है, जिसके लिए प्रशासन सख्त निर्देश दिया है।

इसके साथ ही कोविड हास्पिटल, लेबर मूवमेंट, सैनिटाइजेशन, वेस्ट मेनेजमेंट, यार्ड प्रबंधन और डेड बॉडी प्रबंधन जैसे मुख्य बिंदुओं पर बैठक ली। SDM ने 2 दिनों के अंदर इन कार्यों की प्रगति रिपोर्ट मांगी है।

बिंदुवार तरीकें से समझे –

  1. टीकाकरण :- (अ) 45 वर्ष से अधिक उम्र के कितने लोगो को टीका लग चुका और कितने शेष है। शेष रहने का क्या कारण है और कब तक पूर्ण कर लिया जावेगा?

एस.ई.सी.एल. दीपका – 900 टीकाकरण किया जाना शेष है।
एस.ई.सी.एल. गेवरा – 300 टीकाकरण किया जाना शेष है।
एस.ई.सी.एल. कुसमुण्डा – 1300 टीकाकरण किया जाना शेष है।

एन.टी.पी.सी. – 77 टीकाकरण किया जाना शेष है।
आई.ओ.सी.एल.द्वारा जानकारी संकलित नही।
सी.एस.ई.बी. – 15 प्रतिशत (लगभग 100 ) कर्मचारियों का टीकाकरण शेष है।
ए.सी.बी. – जानकारी संकलित नही है।
सार्वजनिक उपक्रमों को निर्देशित किया गया कि दो दिवस के भीतर अपने अधिनस्त अधिकारी, कर्मचारी, लेबर का सर्वे कार्य पूर्ण कर शतप्रतिशत टीकाकरण किया जाना सुनिश्चित करें।

दिनांक 01.05.2021 से 18 वर्ष पूर्ण कर चुके सभी लोगो का टीकाकरण किया जाना है। अतः अपने अधिनस्त अधिकारी, कर्मचारी, लेबर का सर्वे कार्य पूर्ण कर एवं जानकारी संकलित कर कार्य योजना तैयार कर दिनंाक 26.04.2021 को प्रातः 11.00 बजे तक इस कार्यालय में प्रस्तुत किये जाने के निर्देश दिये गये।

  1. कोविड हास्पिटल – सभी सार्वजनिक उपक्रमों को अनिवार्यतः अपने उपक्रम अंतर्गत कार्यरत अधिनस्त अधिकारी, कर्मचारी, लेबर के कोरोना संक्रमित होने पर ईलाज हेतु कोविड अस्पताल (आक्सीजन एवं नॉन आक्सीजन युक्त) बनाये जाने हेतु तैयारी पूर्ण कर 26 अप्रैल को सुबह 11.00 बजे तक इस कार्यालय में प्रस्तुत किये जाने के निर्देश दिये गये।

इसी क्रम में दीपका स्थित सी.ई.टी.आई. छात्रावास में निर्मित कोविड अस्पताल की क्षमता बढ़ाकर अनिवार्यतः 200 तक किये जाने हेतु आवश्यक तैयारी किये जाने के निर्देश दिये गये, जिसमें वर्कर्स क्लब गेवरा को भी जोड़ते हुये क्षमता बढ़ाये जाने के निर्देश दिये गये।

एस.ई.सी.एल. दीपका के लिये स्नेह मिलन सामुदायिक भवन तथा एस.ई.सी.एल. कुसमुण्डा क्षेत्र के लिये आदर्ष सामुदायिक मनोरंजन केन्द्र का चिन्हाकन कर कोविड अस्पताल बनाये जाने हेतु आवश्यक तैयारी किये जाने के निर्देश दिये गये।

विकास खण्ड चिकित्सा अधिकारी के परामर्श अनुसार ही अन्य अस्पतालों में मरीज हेतु बेड की उपलब्धता के आधार पर ही मरीज को रीफर किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।

अस्पताल में 24×7 के तर्ज पर तत्काल एक कंट्रोल रूम बनाकर नंबर उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया, जिसमें पंजी का संधारण किया जाना अनिवार्य होगा, जिससे की कभी भी बेड की उपलब्धता की जानकारी ली जा सकेगी।

इसी प्रकार से आर्यन कोल बेनिफिकेसंस प्रा.लि. को भी गरूड नगर, परममित्र नगर कालोनी में बढ़ते कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत अपने संस्थान में कार्यरत अधिकारी, कर्मचारी, लेबर हेतु कोविड अस्पताल बनाये जाने के निर्देश दिये गये।

  1. लेबर मूवमेंट – कोरोना गाईडलाईन्स एवं लॉकडाउन के आदेश के तहत् सभी उपक्रमों के द्वारा अपने कार्यक्षेत्र में कार्यरत मजदूरों को वर्कसाईड पर ही रेसीडेंस कराते हुये कोरोना से बचाव के उपाय किये जाने के निर्देश दिये गये, जिसके लिये सभी उपक्रमो को अपने अधिनस्त अधिकारी, कर्मचारी, लेबर का सर्वे कार्य पूर्ण कर एवं जानकारी संकलित कर तत्काल इस कार्यालय में प्रस्तुत किये जाने के निर्देश दिये गये।
  2. सेनेटाईजेशन – सभी सार्वजनिक उपक्रम अपने-अपने कोरोना प्रभावित क्षेत्र, कंटेनमेंट जोन सहित आस-पास के प्रभावित ग्रामों में भी सेनेटाईजेशन कराना सुनिश्चित करेंगे तथा किये गये सेनेटाईजेशन कार्य का विडियों बैठक में ही ‘‘पी.एस.यू. कटघोरा’’ के नाम से सृजित व्हाट्स-अप ग्रुप में भेजे जाने हेतु निर्देशित किया गया, जिसमें आगामी 05 दिवस का रोस्टर बनाकर इस कार्यालय में प्रेषित किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
  3. वेस्ट मेनेजमेंट – सभी सार्वजनिक उपक्रम अपने क्षेत्र स्थित कंटेनमेंट जोन के भीतर वेस्ट मेनेजमेंट हेतु मानव संसाधन सहित पी.पी.ई. किट एवं गाड़ी व्यवस्थित कर वेस्ट मेनेजमेंट करते हुये कोरोना गाईड लाईन का पालन कर निस्पादन कराना सुनिश्चित करेंगे।
  4. यार्ड प्रबंधन – मजदूरों के रहवासी क्षेत्रों में प्रवेश को रोके जाने हेतु गाडियों को यार्ड में ही खड़ा करते हुये उनके खान-पान के लिये टेक अवे के तर्ज पर तत्काल व्यवस्था पुनः संचालित किये जाने के निर्देष दिये गये।
  5. डेड बॉडी प्रबंधन – सार्वजनिक उपक्रमों में कार्यरत अधिकारी, कर्मचारी, लेबर के कोरोना से आकस्मिक मृत्यु होने पर डेड बाडी प्रबंधन हेतु अनिवार्यतः मुक्तांजली वाहन, पी.पी.ई. किट, ग्लब्ज, सेनेटाईजर का संधारण पूर्व से हो, साथ ही मृत शरीर को कोरोना गाईड के तहत् दहन, अंतिम संस्कार हेतु पूर्व से ही लकड़ी एवं मानव संसाधन की उचित व्यवस्था हेतु पहल किये जाने के निर्देश दिये गये।

इस बैठक में अनुविभागीय अधिकारी (रा.) एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारी सूर्यकिरण तिवारी, प्रभारी तहसीलदार कटघोरा शशिभूषण सोनी, विकास खण्ड चिकित्सा अधिकारी कटघोरा डॉ रूद्रपाल सिंह कंवर, विकास खण्ड परियोजना अधिकारी ममता तुली, मुख्य नगर पालिका अधिकारी दीपका भोला सिंह ठाकुर, एस.ई.सी.एल. दीपका प्रबंधन जे. के. दुबे, आर.के. वधावन, एस.ई.सी.एल. गेवरा प्रबंधन रमा चक्रवर्ती, एस.ई.सी.एल. कुसमुण्डा प्रबंधन डी.सी. कुण्डु, पी.के. जैन, के.एस.चौहान, ए.सी.बी. प्रबंधन कर्नल राकेश चौधरी, आई.ओ.सी.एल. प्रबंधन, ब्रिजेश जायसवाल, सुनील कुमार साहू, एस.ई.सी.एल. कोरबा प्रबंधन के.प्रसाद, सी.एस.ई.बी. प्रबंधन के.के. श्रीवास्तव, एन.टी.पी.सी. प्रबंधन विजय कुमार, डॉ. संकेत शर्मा, नेहरू शताब्दी अस्पताल प्रबंधन डॉ. ए.के. बहेरा, डॉ. अशोक सिंह, एस.ई.सी.एल. दीपका डिस्पेंसरी डॉ डी. सरकार शामिल रहे।