निजी अस्पताल दें सांस संबंधी तकलीफों और इनफ्लूएंजा जैसे लक्षणों वाले मरीजों की जानकारी कलेक्टर श्रीमती कौशल ने दिए निर्देश, जांच से जल्द होगी ऐसे मरीजों में कोरोना की पहचान


कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़):- कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते हालातों में जिले में संचालित निजी अस्पतालों और क्लीनिकों के संचालक डाॅक्टरों को सांस संबंधी तकलीफों सर्दी, बुखार और इनफ्लूएंजा जैसे लक्षणों वाले मरीजों की पूरी जानकारी जिला प्रशासन को देने के निर्देश दिए हैं। श्वांस संबंधी तकलीफों और सर्दी, खांसी, बुखार जैसे लक्षणों वाले मरीजों की जानकारी मिलने पर प्राथमिकता से ऐसे मरीजों का कोरोना टेस्ट कराया जाएगा और समय पर कोरोना की पहचान हो जाने पर उन्हें बेहतर ईलाज उपलब्ध कराया जा सकेगा। ऐसे मरीजों की समय रहते कोरोना जांच हो जाने से, उनके कोरोना रिपोर्ट पाॅजिटिव आने पर मरीज के संपर्क में आए लोगों की पहचान करने में भी परेशानी नहीं होगी। मरीज के संपर्क में आए लोगों को कोरोना जांच समय रहते हो जाने से कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने निर्देशित किया कि सभी निजी अस्पतालों और निजी क्लीनिकों में श्वांस संबंधी तकलीफों, सर्दी, खांसी, बुखार और इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षणों वाले मरीजों के इलाज के लिए अलग से फीवर क्लीनिक की व्यवस्था की जाए। ऐसे मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने के लिए आईसोलेशन वार्ड अनिवार्य रूप से बनाया जाए। उन्होने ऐसे सभी मरीजों की जानकारी और सूची तत्काल जिला प्रशासन तथा जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को उपलब्ध कराने के भी निर्देश भी दिए हैं।
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने यह भी निर्देशित किया है कि ऐसे लक्षणों वाले सभी मरीजों का तत्काल कोविड टेस्ट कराया जाए और टेस्ट कराने की पूरी जिम्मेदारी निजी अस्पताल संचालक की होगी। किसी भी स्थिति में बिना टेस्ट कराए, बिना आईसोलेशन के ऐसे मरीजों का इलाज करने और बाद में मरीज के कोरोना संक्रमित पाए जाने पर निजी अस्पताल संचालक के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। श्रीमती कौशल ने निजी अस्पतालों में फीवर क्लीनिक के लिए अलग-अलग प्रवेश एवं निर्गम द्वार व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होने सीएमएचओ को सख्त निर्देशित किया कि कोविड नियंत्रण को ध्यान में रखते हुए इन सभी इंतजामों और दिशा निर्देशों के पालन के बिना संचालित होने वाले निजी अस्पतालों के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।