कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ): – अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री ग्राम भैंसमा निवासी स्वर्गीय प्यारेलाल कंवर के कनिष्ठ पुत्र हरीश कंवर, उनकी पत्नी और पुत्री की बुधवार तड़के निर्मम हत्या की साजिश किसी और ने नहीं बल्कि उसके बड़े भाई, भाभी और भतीजी ने मिलकर रची थी। अपने ही सगे भाई के खून से बड़े भाई के हाथ रंग गए। बड़े भाई के साले और उसके साथियों के हाथ नृशंस हत्याकांड को अंजाम देते वक्त जरा सा भी नहीं कांपे। हरीश का पूरा कमरा खून से सन गया जिसे देख दिल दहल उठता है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हरीश के बड़े भाई हरभजन कंवर को बुधवार तड़के करीब 4 बजे उसकी पत्नी जो कि अपने मायके ग्राम सलिहाभांठा में योजनाबद्ध तरीके से पहले जाकर बेटी के साथ रह रही थी, उसने घर से बाहर निकलने का मैसेज मोबाइल पर भेजा। इसके बाद हरभजन बाहर निकला और कुंडी लगाकर चला गया। उसके निकलते ही हरभजन की पत्नी ने अपने भाई, जो कि घटनास्थल से करीब 100 मीटर दूर बाजार स्थल पर मौजूद था उसे सूचना दी। हरभजन के साले ने अपने साथियों के साथ घर में प्रवेश किया और धारदार हथियार एवं वजनी ठोस वस्तु से प्रहार किया। हरीश ने अपना बचाव करना चाहा और इस प्रयास में हत्यारे से संघर्ष भी हुआ जिसके कारण एक आरोपी जख्मी हुआ है। अपने बचाव में संघर्ष करता हरीश नीचे गिर पड़ा और उसके सिर पर भारी वस्तु को पटक दिया गया। बिस्तर पर लेटी पत्नी और पुत्री पर भी बड़े ही दर्दनाक तरीके से भारी वस्तु का प्रहार सिर पर किया गया जिससे पिता व पुत्री का सिर पूरी तरह फट गया। पत्नी के चेहरे व गर्दन में हथियार से संघातिक वार किए गए। इसके बाद सुनियोजित तरीके से हरभजन घर लौटा और हत्या की खबर आम हुई।
सूचना मिलते ही मौक़े पर पुलिस के अधिकारी मातहतों, डॉग स्क्वाड, फोरेंसिक एक्सपर्ट के साथ पहुंच गए व आरोपियों की तलाश शुरू हुई। घटनास्थल के बाहर पड़ोसी के सीसीटीवी कैमरे को खंगालने पर दो लोग घर के भीतर घुसते नजर आए। इसी तरह खोजी डॉग बाघा घटनास्थल से करीब 100 मीटर दूर बाजार लगने वाले स्थल पर मौजूद पेड़ के पास जाकर ठहरा और यहां से चीतापाली की ओर जाने वाले मार्ग पर आगे बढ़ा। इस संकेत का पुलिस ने पीछा किया और ग्राम ढोंगदरहा होते हुए सलिहाभांठा-नोनबिर्रा मार्ग तक पहुंचे। सलिहाभाठा डेम में जले हुए कपड़े के अवशेष मिले जिन्हें जब्त किया गया। हत्या और हत्यारे की तलाश के मध्य डॉयल 112 को फोन कर इस मार्ग में सड़क दुर्घटना की सूचना दी गई और पहुंचे एम्बुलेंस से परमेश्वर नामक युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस को भी डॉयल 112 के फोन की जानकारी हुई और अंदेशे पर जब आसपास के लोगों से पूछा तो कोई सड़क हादसा होना नहीं बताया। इस आधार पर पुलिस सीधे परमेश्वर के पास अस्पताल पहुंची जिसकी आंख और चेहरे के आसपास जख्म बने थे जो दुर्घटना के नहीं थे। दरअसल अपने बचाव में हरीश कंवर ने हथियार छीनकर हमला किया था जिससे यह चोट लगी। परमेश्वर कंवर मृतक हरीश के बड़े भाई हरभजन का सगा साला है और कॉलेज में द्वितीय वर्ष का छात्र भी है। उसे हिरासत में लेने के साथ तस्वीरें कुछ साफ हुई। उसने अपने साथी के साथ मिलकर हत्या करना बताया। पुलिस ने मामले में कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जिनमें हरभजन, उसकी पत्नी, पुत्री, साला और 2 साथी शामिल हैं। पूरे वारदात की वजह संपत्ति का विवाद होना बताया जा रहा है।