बेमेतरा(सेंट्रल छत्तीसगढ़): जिले में ‘नरवा-गरवा-घुरवा और बाड़ी’ योजना (Narva, Garuva, Ghurwa And Bari Of Chhattisgarh) के तहत बन रहे गौठानों (gauthan) का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है. अब तक 364 गौठानों में केवल 175 गौठान बन पाए हैं. जिसके कारण ग्रामीण सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के लाभ से वंचित हैं.
50 फीसदी गौठान भी नहीं बने
बेमेतरा जिले में 364 गौठानों की स्वीकृति हुई है. जिसमें अब तक 50 फीसदी गौठान का निर्माण भी पूरा नहीं हो पाया है. अब तक केवल 175 गौठान बनाए गए हैं, वहीं 189 गौठान का निर्माण अधूरा है, जिससे ग्रामीण गोबर नहीं बेच पा रहे हैं.
नरवा-गरवा-घुरवा और बाड़ी
केवल कागजों में सिमट गई गौठान योजना
इस संबंध में बेमेतरा बीजेपी जिला अध्यक्ष सागर साहू ने कहा कि प्रदेश सरकार की ‘नरवा गरवा घुरवा बाड़ी’ योजना के तहत गौठान योजना पूरी तरीके से फ्लॉप हो गई है. जिले में 50 फीसदी गौठान का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है. वहीं ग्रामीणों को इसका कोई भी लाभ नहीं मिल पा रहा है. योजना कागजों तक सिमट कर रह गई है. इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ रीता यादव ने बताया कि बेमेतरा जिले में 364 गौठानों की स्वीकृति मिली है. जिसमें 175 गौठानों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है. वहीं बाकि गौठानो में कार्य प्रगति पर है.
गौठान योजना का उद्देश्य
गौठान योजनाकासीधा उद्देश्य ग्रामीणों को रोजगार के अवसर प्रदान करना है. जहां गाय सुरक्षित रहें, गोबर की खरीदी हो, कंपोस्ट बनाई जाए. जिससे किसान, चरवाहे और महिलाएं सभी लाभांवित हो रही हैं. लेकिन जिला प्रशासन के सुस्त रवैये के चलते जिले में गौठान निर्माण का काफी धीमी गति से क्रियान्वित हो रहा है. जिसके कारण जिले के ग्रामीणों को इसका उचित लाभ नहीं मिल पा रहा है.