गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले को एनीमिया मुक्त बनाने लगातार किया जा रहा कार्य। एनीमिया के उपचार के लिए की जा रही सिकलसेल की जांच


गौरेला पेंड्रा मरवाही सेंट्रल छत्तीसगढ़ प्रयास कैवर्त:- गौरेला-पेंड्रा-मरवाही 20 मार्च 2021/ जिले की कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी ने स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग को गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले को एनीमिया मुक्त बनाने के लिए आपसी समन्वय से मिलकर कार्य किए जाने के निर्देश दिए हैं। जिसके लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं।
कलेक्टर के दिशा-निर्देशन में जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही को एनीमिया मुक्त करने की कवायद में विगत दिवस जिले में 14 से 35 वर्ष के किशोरी एवम महिलाओं की होमोग्लोबिन की मात्रा की जांच कि गई है। जिसमें विकासखंड गौरेला से 34 मरवाही से 32 एवम पेंड्रा से 17 महिलाये गंभीर एनीमिक मिले साथ ही गौरेला में 1482 ,पेंड्रा में 468 तथा 534 मरवाही विकासखंड में मध्यम एनिमिक पाए गए हैं। जिन्हें उपचार पूर्व सिकलसेल की जांच की जा रही है ताकि एनीमिक होने के मुख्य कारणों की जानकारी लेकर सही उपचार एवं खानपान के उचित परामर्श से ठीक किया जा सके।। इस कार्यक्रम में स्वाथ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग की सक्रिय भागीदारी है। इसके साथ ही विगत शनिवार की भांति आज जिला चिकित्सालय गौरेला पेंड्रा मरवाही मैं मेडिकल बोर्ड द्वारा दिव्यांगजनों के लिए मेडिकल प्रमाण पत्र बनाने का कार्य भी किया गया है। कलेक्टर ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के अंतर्गत 15 से 22 मार्च 2021 तक कृमि मुक्ति की दवा वितरित किए जाने वाले कार्यों की लक्ष्य के अनुसार जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं ।