रायपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): कोरोना के बढ़ते आंकड़ों के बीच छत्तीसगढ़ में आज से कोवैक्सीन लगेगी. वैक्सीनेशन की शुरुआत रायपुर के नेहरू मेडिकल कॉलेज से होगी. भारत बायोटेक की वैक्सीन का पहला डोज राजधानी में लगाया जाएगा. इसके बाद अन्य जिलों में भी कोवैक्सीन की डोज पहुंचाई जाएगी.
इन्हें नहीं लगेगा टीका
आज से राजधानी रायपुर में कोवैक्सीन की डोज लगाने का काम शुरू हो जाएगा. टीका लगाने वालों को वैक्सीन का विकल्प चुनने का कोई मौका नहीं मिलेगा. यानी वैक्सीनेशन बूथ में जो भी वैक्सीन उपलब्ध होगी, अब वही लगाया जाएगा. वैक्सीन लगाने के बाद व्यक्ति को आधे घंटे तक ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा. गर्भवती और 18 साल से कम उम्र के लोगों को यह टीका अभी नहीं लगाया जाएगा.
81 फीसदी तक प्रभावी है कोवैक्सीन: भारत बायोटेक
कोरोना महामारी से बचाव के लिए देश की शीर्ष फार्मास्युटिकल कंपनी भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन टीका विकसित किया है. भारत बायोटेक ने एक बयान में कहा है कि तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल में कोवैक्सीन 81 फीसदी तक प्रभावी पाई गई है. तीसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण में 25,800 लोगों पर वैक्सीन का परीक्षण किया गया. भारत बायोटेक ने कहा है कि यह देशभर में अब तक का सबसे बड़ा सैंपल साइज है. तीसरे टेस्ट के नतीजे आने से पहले कोवैक्सीन लगाने से पहले सहमति पत्र भरने का प्रोटोकॉल था. अब ट्रायल के परिणाम आने के बाद फॉर्म भरना जरूरी नहीं होगा.
पीएम मोदी ने भी लगवाई है कोवैक्सीन
भारत बायोटेक के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक कृष्णा एल्ला ने कहा कि चिकित्सकीय परीक्षण में कोवैक्सिन ने न केवल कोविड- 19 के खिलाफ उच्च क्षमता का रुझान दिखाया है, बल्कि यह कोरोना के तेजी से उभरते नये स्वरूपों के खिलाफ भी बेहतर प्रतिरोधन क्षमता विकसित 7करने में सफल है. पिछले दिनों कोरोना टीकाकरण के दूसरे चरण की शुरुआत में पीएम मोदी को भी नई दिल्ली स्थित एम्स में कोवैक्सीन का डोज दिया गया था. एक मार्च के बाद से अब तक कई हस्तियों को कोवैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है.