कवर्धा(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- के हजारों परिवारों को आवास मिलने का इंतजार है. दूसरी और तीसरी किस्त की राशि नहीं मिलने के कारण आवास का काम अधूरा है. जिला पंचायत CEO विजय दयाराम का कहना है कि किस्त की राशि नहीं मिलने के कारण और कोरोना के कारण आवास निर्माण का काम अधूरा है.
पीएम आवास का काम अधूरा
2016 में प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत की गई थी. इस योजना को शुरू करने का लक्ष्य हितग्राहियों को छत देना था. 2022 तक इस लक्ष्य को पूरा किया जाना था. लेकिन सरकारी अमले की उदासीनता के कारण गरीबों के पक्के मकान का सपना अधूरा है. वे आज भी झोपड़ी में रहने को मजबूर हैं.
निर्माण कार्य अधूरा
हितग्राही नरेन्द्र ने बताया कि उसके और उसके भाई के नाम पर आवास योजना की स्वीकृति मिली थी. लेकिन पहली किस्त के बाद आगे की राशि एक साल तक नहीं मिली. इस कारण निर्माण का काम अधूरा है. आधे-अधूरे काम को लेकर प्रशासन का अपना ही तर्क है. जिला पंचायत CEO विजय दयाराम का कहना है कि आवास योजना की राशि नहीं मिलने के कारण काम अधूरा है. वहीं कोरोना के कारण निर्माण सामग्री भी नहीं मिलने के कारण काम देरी से हो रहा है.
निर्माण कार्य अधूरा