कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़):-कोरबा 25 जनवरी 2021/कोरबा शहर के डिंगापुर में नवनिर्मित जिला ग्रंथालय का नामकरण मध्यप्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री और आदिवासी नेता स्व. प्यारे लाल कंवर के नाम पर किया जाएगा। जिले के प्रभारी मंत्री एवं प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने आज अपने प्रवास के दौरान इसकी घोषणा की। राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल की मांग पर जिले के बड़े आदिवासी नेता और अविभाजित मध्यप्रदेश के दौरान विधानसभा सदस्य तथा उपमुख्यमंत्री रहे स्व. प्यारे लाल कंवर के सम्मान में प्रभारी मंत्री ने डिस्ट्रिक्ट लाइब्रेरी का नाम स्व. प्यारेलाल कंवर जिला ग्रंथालय रखने की घोषणा की। डाॅ. टेकाम ने आज जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों में पिछले दो वर्षों में हुए विकास कार्यों का अवलोकन किया और कार्यों की गुणवत्ता तथा महत्व पर संतुष्टि जाहिर की। इस दौरान मध्य क्षेत्र विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री पुरूषोत्तम कंवर, पाली-तानाखार के विधायक श्री मोहित केरकेट्टा, नगर निगम कोरबा के महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद, सभापति श्री श्याम सुंदर सोनी, कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल, जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार, नगर निगम आयुक्त श्री एस. जयवर्धन, अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया सहित जनप्रतिनिधि श्री हरिशंकर परसाई, एमआईसी सदस्य श्री संतोष राठौर भी मौजूद रहे।
गढ़़कलेवा और चैपाटी का भी हुआ विधिवत शुभारंभ – प्रभारी मंत्री ने आज घंटाघर में ओपन थियेटर के समीप गढ़कलेवा और चैपाटी का भी विधिवत शुभारंभ किया। इस स्थान पर अब छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के साथ-साथ अन्य फास्ट-फूड, पेय पदार्थ आदि का स्वाद भी शहर वासी उठा सकेंगे। इस स्थान पर सुरक्षा के साथ-साथ अन्य सभी सुविधाएं भी खान-पान के दृष्टिकोण से व्यवस्थित की गईं हैं। आज आयोजित संक्षिप्त शुभारंभ कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री ने चैपाटी में दुकानें लगाने वाले व्यवसायियों को आबंटन पत्र भी वितरित किए। उन्होंने कहा कि अव्यवस्थित रूप से ओपन थियेटर में नाश्ते, चाय, फास्ट-फूड की दुकानों को अब चैपाटी स्थल पर व्यवस्थित रूप से लगाया जाएगा। लोगों को भी यहां खाने पीने के साथ-साथ प्राकृतिक वातावरण में समय गुजारने की सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही महिला समूहों को भी अपना व्यवसाय बढ़ाने का अवसर मिलेगा। श्री टेकाम ने कहा कि चारों तरफ से बाउंड्री वाॅल से घिरे इस परिसर में सुरक्षित रूप से लोग अपने परिवार के साथ छत्तीसगढ़ी फरहा, चीला, ठेठरी खुर्मी जैसे व्यंजनों का भी लुफ्त ले सकेंगे। उन्होंने शहर के हृदय स्थल में छोटे चाय-नाश्ते के व्यापारियों के लिए अच्छी व्यवस्था करने पर राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल और निगम अमले की भी तारीफ की।
अब मध्य वर्गीय और गरीब परिवारों के बच्चे भी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में पढ़ेंगे- प्रभारी मंत्री डाॅ. टेकाम ने आज रायपुर से कोरबा पहुंचकर सुबह राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल के साथ पंप हाउस में स्थापित स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल का भी अवलोकन किया। उन्होंने स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों और शिक्षकों से भी परिचय प्राप्त किया। इस अवसर पर डाॅ. टेकाम और राजस्व मंत्री श्री अग्रवाल बच्चों की ऑनलाइन क्लास से भी जुड़े और बच्चों से उनकी पढ़ाई के बारे में पूछा। बच्चों ने अंग्रेजी माध्यम के सर्वसुविधायुक्त स्कूल शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और स्कूूल शिक्षा मंत्री तथा राजस्व मंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया। फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते और अंग्रेजी में ही वैलकम साँंग गाकर अतिथियों का स्वागत करते हुए बच्चों को देखकर दोनो मंत्रियों ने विद्यार्थियों और शिक्षकों की भी तारीफ की। स्कूल में आगमन की स्मृति में बच्चों ने अपने हाथों से बनाये ग्रीटिंग कार्ड, आकर्षक पतंगे आदि अतिथियों को स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट कीं।
प्रभारी मंत्री डाॅ. टेकाम ने इस अवसर पर कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की अंगे्रजी माध्यम के शासकीय स्कूल खोलने की योजना से अब गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चे भी अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि हर माता-पिता की इच्छा अपने बच्चों को अच्छे अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में पढ़ाने की होती है। निजी स्कूलों में भारी फीस के कारण उनकी यह इच्छा पूरी नहीं हो पाती। मुख्यमंत्री श्री बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार ने स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू कर उनकी यह इच्छा पूरी कर दी है। स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में सरकार 100 और नए ऐसे स्कूल शुरू करेगी। अब जिला मुख्यालय से दूर ब्लाॅक स्तर पर काम करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के बच्चों को भी अंग्रेजी माध्यम के अच्छे स्कूल में पढ़ने का मौका मिलेगा जिससे अधिकारी-कर्मचारियों की कार्य क्षमता भी बढ़ेगी और अप्रत्यक्ष रूप से शासकीय योजनाओं को अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचाने में सरकार सफल होगी।
जिला अस्पताल में जरूरत के मुताबिक विकसित हुईं ईलाज की सुविधा – प्रभारी मंत्री ने आज जिला अस्पताल में नवनिर्मित डायलिसिस यूनिट, बर्न यूनिट, आईसीयू और सुसज्जित ऑपरेशन थियेटरों का भी अवलोकन किया। उन्होंने जिला अस्पताल में विकसित इन सुविधाओं को किसी भी निजी अस्पताल से बेहतर बताया। डाॅ. टेकाम ने कहा कि जिला अस्पताल में पिछले कई वर्षों से बर्न यूनिट की जरूरत थी। बर्न यूनिट की स्थापना से कोरबा में जलने के मरीजों कोे ईलाज के लिए अब बिलासपुर, रायपुर या महंगे निजी अस्पतालों में जाना नहीं पड़ेगा। इसके साथ ही सुसज्जित आईसीयू यूनिट में भी अब गंभीर मरीजों का ईलाज सहजता से हो जाएगा। डाॅ. टेकाम ने जिला अस्पताल में आधुनिक सुविधाएं शुरू हो जाने से कोरबा वासियों को अब सस्ती दरों पर बेहतर ईलाज मिलने की आशा व्यक्त की। उन्होंने अस्पताल में सुविधाओं के विस्तार के लिए भी राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल के प्रयासों की सराहना भी की।
अभी तो शुरूआत है, कोरबा के विकास में नहीं होगी कोई कमी – गढ़कलेवा एवं चैपाटी के शुभारंभ कार्यक्रम में राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि जिले में मेडिकल काॅलेज की स्थापना से लेकर डायलिसिस यूनिट, बर्न यूनिट, आईसीयू और जिला ग्रंथालय आदि विकास कार्य छत्तीसगढ़ सरकार की विकास परख सोंच को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कोरबा के विकास के लिए यह तो अभी शुरूआत है, आगे सड़कों के निर्माण, पढ़ाई-लिखाई के लिए स्कूलों का उन्नयन और सुविधाओं का विस्तार, महाविद्यालयों की स्थापना से लेकर बिजली-पानी की व्यवस्था और अशोक वाटिका विकास आदि काम भी आने वाले दिनों में कोरबा में होंगे। श्री अग्रवाल ने कहा कि कोरबा के विकास में किसी तरह की कोई कमी आड़े नहीं आएगी। स्वच्छ, सुंदर शहर और विकसित जिला बनाने के लिए उन्होंने सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत, विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. चरण दास महंत सहित सभी विधायकों और जनप्रतिनिधियों को सहयोग के लिए भी आभार जताया।
महिला समूहों के मिली व्यवसाय करने पांच लाख रूपए की सहायता, शासकीय योजनाओं से हितग्राही हुए लाभान्वित – गढ़कलेवा एवं चैपाटी शुभारंभ कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम तथा राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल ने चार महिला स्वसहायता समूहों को रोजगार मूलक गतिविधियों के लिए पांच लाख रूपए की सहायता भी वितरित की। नकटी खार के ज्योति स्वसहायता समूह को सब्जी-बाड़ी शुरू करने के लिए दो लाख रूपए, बेला के सहेली स्वसहायता समूह को मशरूम उत्पादन के लिए एक लाख रूपए, करूमोहा के रोशनी स्वसहायता को मुर्गी पालन के लिए एक लाख रूपए और बेला के सुखसागर स्वसहायता समूह को सब्जी उत्पादन के लिए एक लाख रूपए की सहायता दी गई। इसी दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत छह हितग्राहियों को प्रशस्ति पत्र, चैपाटी में दुकानों के आबंटन पत्र, तीन हितग्राहियों को सिलाई मशीन, पांच हितग्राहियों को कृषि क्राफ्ट और चार हितग्राहियों को बेट्री चलित स्पे्रयर पंप भी दिए गए। मंत्रीद्वय ने श्रवण बाधित आठ हितग्राहियों को श्रवण यंत्रों का भी वितरण किया और 10 हितग्राहियों को ठण्ड से बचने के लिए कंबल भी दिए गए।