बालोद (सेंट्रल छत्तीसगढ़): जिले में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद से प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं. इलाके में हाई अलर्ट जारी है. गिधाली गांव में पोल्ट्री फार्म की मुर्गियों को नष्ट करने की प्रक्रिया की गई. गिधाली से एक किलोमीटर दूर भी अन्य मुर्गियों को दफन किया गया. छत्तीसगढ़ वेटनरी विभाग के एडिशनल डायरेक्टर डॉक्टर केके ध्रुव के निर्देश पर कार्रवाई की गई है. 10 हजार 500 मुर्गियों को मारकर दफनाया गया.
बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद मुर्गियों को दफनाया जा रहा
मुआवजे का प्रावधान
बालोद पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि, मुर्गियों के दफनाने के बाद मुआवजे का भी प्रावधान है. मुर्गी फार्म संचालकों को मुआवजा दिया जाएगा. ताकि उसकी थोड़ी मदद हो पाए. फार्म संचालक को बर्ड फ्लू के कारण लाखों रुपये का नुकसान हुआ है. शासन से जो भी मुआवजे का प्रावधान है, उसे मिल जाएगा.
32 कबूतरों को भी दफनाया जाएगा
प्रदेश पशुपालन विभाग की टीम बालोद में सक्रिय है. पल-पल की मॉनिटरिंग की जा रही है. क्षेत्र में पशुपालन विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है. मुर्गियों को दफनाने के साथ 32 कबूतरों को भी दफनाया जाएगा. देर शाम तक मुर्गियों का डिस्पोजल किया गया. यह कार्रवाई रात भर चलेगी.
बरती जा रही एहतियात
वेटरनरी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि एहतियात के तौर पर पोल्ट्री फार्म से भी सैंपल लिए जा रहे हैं. इन मुर्गियों को सुरक्षित रूप से मारकर दफनाया जा रहा है. ताकि संक्रमण न फैले. 1 किलोमीटर के दायरे में पालतू पक्षियों सहित अन्य पक्षियों को भी दफनाया जाएगा.