अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कोरबा ने किया छत्तीसगढ़ सरकार का विरोध प्रदर्शन एवं पुतला दहन..

कोरबा सेंट्रल छत्तीसगढ़ हिमांशु डिक्सेना :-कवर्धा में 14 वर्षीय नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म मामले को लेकर के विद्यार्थी परिषद कवर्धा के कार्यकर्ताओं द्वारा शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने पर उनको अजमानती धारा लगा कर के प्रशासन अपने पद का दुरुपयोग कर जबरदस्ती रात्रि को कार्यालय से उठाकर थाने में बंद कर दिया जिसके विरोध में कोरबा नगर के कार्यकर्ताओं द्वारा आज सुभाष चौक कोरबा में प्रदर्शन व छत्तीसगढ़ सरकार का पुतला दहन किया गया। नगर मंत्री कोरबा मोंटी पटेल का कहना है कि विगत दिनों धर्म नगरी की पवित्रता को दूषित करने वाले दुष्कर्मियों को बचाने के लिए जिस प्रकार पुलिस प्रशासन और शासन की मिली भगत हुई और लोगो को भ्रमित किया गया, बलात्कारियों को संरक्षण दिया गया यह किसी अपराध से कम नही है और इसके विरोध में जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कवर्धा के कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध जताने पर उन्हें रात्रि को प्रशासन अपने बल का ग़लत उपयोग करते हुए जबरन कार्यालय से उठा कर थाने में बंद कर दिया गया। आखिर यह कहाँ का न्याय हैं, कहां का कानून है और गिरफ्त हुए कार्यकर्ताओं को जल्द ही रिहा करने की बात कहीं। जिला संयोजक श्याम ध्रुव जी ने बताया कि जिस प्रकार से छत्तीसगढ़ सरकार आज राज्य में गलत कार्यों को बढ़ावा दे रही हैं जिसमे दुष्कर्म एवम धर्मांतरण जैसे मुद्दे छिपे हुये हैं और दुष्कर्मियों को संरक्षण दिया जा रहा है यह मुखिया के नाम पर कलंकित अपवाद एवं जघन्य अपराध से कम नहीं। आये दिन प्रदेश में बालिकाओं के साथ दुष्कर्म हो रहे है जिसमे राज्य सरकार चुप्पी साधे बैठी हुई है ये एक निंदनीय विषय है। जिस प्रकार से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को बिना किसी तथ्यात्मक सबूत के साथ संघ कार्यालय से उठाकर थाने में बंद किया गया है यह सरकार की नाकामियों को दर्शाती है और सरकार डरती है कि कहीं सरकार का काला सच जनता के सामने न आ जाये। जिस प्रकार से कांग्रेस शासन के मंत्री मोहम्मद अकबर द्वारा कवर्धा में हुए सामुहिक दुष्कर्म मामले को दबाकर आरोपियो को बचाया जा रहा है। अभाविप के कार्यकर्ताओं को जल्द ही रिहा करने की बात कही अन्यथा संगठन उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से छात्राशक्ति की आवाज बुलंद हुई उन्होंने कहा की नारी अस्मिता को तार तार किया जा रहा परंतु आज छत्तीसगढ़ सरकार आंख मूंद बैठी हुई है। क्या इस रवैये से प्रदेश कलंकित नही हो रहा? क्या ऐसे ही गढ़ेंगे नवा छत्तीसगढ़? इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित हुए।