कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़)हिमांशु डिक्सेना:-कोरबा 10 नवंबर 2020/कोरोना महामारी के चलते इस बार छठ पर्व सामूहिक रूप से नहीं मनाई जायेगी। घर पर ही रहकर छठ पर्व की सभी रस्में पूरी की जायेगी। इस संबंध में जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में निर्देश भी जारी कर दिया गया है। केवल व्रतधारी महिला-पुरूष के साथ एक सहयोगी को सूर्य को अर्द्ध देने छठ घाट, नदी, तालाब जाने की अनुमति देने संबंधी मांग को लेकर आज कोरबा पूर्वांचल सर्व समाज विकास समिति के पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन के साथ बैठक की। जिला प्रशासन ने सामूहिक रूप से छठ मनाने से भीड़ के कारण कोरोना संक्रमण बढ़ने की व्यापक संभावना को देखते हुए समिति की मांग को खारिज कर दिया है। इस संबंध में चर्चा करने आज कलेक्टोरेट सभा कक्ष में बैठक आयोजित की गई। अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कोरबा पूर्वांचल सर्व समाज विकास समिति के संरक्षक एवं महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद, समिति के अध्यक्ष अवधेश सिंह तथा समिति के सदस्य गण शामिल हुए। इस दौरान एसडीएम श्री सुनील नायक तथा पुलिस विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे।
बैठक में समिति के सदस्यों ने बताया कि व्रतधारी लम्बे समय से सूर्य में अर्द्ध देने मन्नतें मांगे रहते हैं। सभी के घरों में कृत्रिम तालाब या जल भराव की व्यवस्था नहीं है इसलिये ऐसे व्रतधारी को एक सहयोगी के साथ नदी, तालाब सूर्य को अर्द्ध देने जाने की अनुमति देने की अनुमति दी जाये। समिति के सदस्यों ने यह भी कहा कि यह पूर्वांचल का महान पर्व है, व्रतधारी को आत्म संतुष्टि के लिये घाटों में अर्द्ध देना जरूरी होता है।
बैठक में लम्बी चर्चा के उपरांत अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया ने कहा कि जिले में रोजाना 150 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो रही है। कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है और सावधानी बरतते हुए अपने घर में ही छठ पर्व मनाने की जरूरत है। अपर कलेक्टर ने कहा कि सामूहिक रूप से छठ पर्व मनाने से छठ घाटों, नदी, तालाबों में बड़ी संख्या में भीड़ रहने की संभावना होगी। जिससे सामुदायिक रूप से कोरोना संक्रमण फैलना भी संभावित है। कोविड महामारी के दौरान संक्रमण के खतरे को देखते हुए कि इस तरह से अनुमति देना कोविड काल में उचित नहीं होगा। श्रीमती महोबिया ने बैठक में कहा कि कोेरोना से बचाव के लिये प्रशासन शुरू से ही प्रयास कर रहा है। त्यौहार घर-परिवार, समुदाय-समाज में खुशियां लाने के लिये है। ऐसे में कोरोना संक्रमण से इन पर भी चमक फिकी पड़ सकती है। प्रशासन लोगों के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए सामुदायिक रूप से संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिये ही घरो पर छठ पर्व मनाने की अपील कर रहा है। साथ ही ऐसे निर्देश भी जारी किये जा चुके हैं।