रायपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) साकेत वर्मा: राजधानी में विद्या मितान संघ अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर 14 दिनों से हड़ताल पर हैं. विद्या मितान संघ नियमितीकरण की मांग को लेकर धरने पर बैठा हुआ है. कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में सरकार बनते ही विद्या मितानों को नियमित करने का वादा किया था. लेकिन सरकार बनने के 2 साल बाद भी इनको नियमित नहीं किया गया है. जिसके विरोध में विद्या मितान लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. पिछली बार सरकार से आश्वासन मिलने के बाद विद्या मितानों ने प्रदर्शन रोक दिया था. इस बार विद्या मितानों का कहना है कि सरकार इस बार हमें जहर देकर मार दे, लेकिन वे अपनी मांग पूरी हुए बिना हड़ताल खत्म नहीं करेंगे.
विद्या मितानों ने इच्छा मृत्यु की मांग भी की है और 11 नवंबर को महारैली निकालकर मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने की चेतावनी दी है. राजधानी रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर 27 अक्टूबर से विद्या मितान संघ अपनी 1 सूत्रीय मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन सरकार के द्वारा इनकी मांग को नहीं सुना जा रहा है. जिसके कारण विद्या मितान पिछले 14 दिनों से अलग-अलग तरीकों से सरकार से अपनी बात मनवाने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं. मुंडन करवाकर, भीख मांग कर, करवा चौथ का उपवास और आज सर पर काली पट्टी बांधकर धरना स्थल पर अपना विरोध जताया गया. बावजूद इसके सरकार ने इनकी अब तक कोई सुध नहीं ली है.
2516 विद्या मितान पिछले 8 महीने से बेरोजगार
छत्तीसगढ़ में लगभग 2516 विद्या मितान हैं, जो वर्ष 2016 से प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे थे. कक्षा नौवीं से लेकर कक्षा बारहवीं तक के बच्चों को पढ़ाने का काम कर रहे थे. लेकिन पिछले 8 महीने से सरकार ने इन्हें शासकीय स्कूलों से निकाल दिया है. जिसके कारण विद्या मितानों की आर्थिक स्थिति भी गड़बड़ा गई है. और अब रोजी रोटी के संकट के साथ परिवार का पालन पोषण करना भी मुश्किल हो गया है. जिसके कारण विद्या मितानों को सड़क पर उतर कर अपनी लड़ाई लड़नी पड़ रही है.