बलौदाबाजार (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़): जिले के कसडोल विकासखण्ड के बाजारों में इस बार मिट्टी से बने दीयों के साथ गोबर से बने खूबसूरत दीये बाजारों में नजर आने लगे हैं. रंग बिरंगे खूबसूरत गोबर से बने दीये कसडोल जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत छरछेद में मां दुर्गा महिला स्व सहायता समूह के की ओर से बनाए जा रहे हैं
मिट्टी और गोबर से दीये बनाने के लिए ग्राम पंचायत ने महिला स्व सहायता समूह को सांचा उपलब्ध कराया है, जिससे दीये के साथ स्वस्तिक,मां लक्ष्मी की मूर्ति, शुभ लाभ का चिन्ह भी बनाया जा रहा है. गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश में गोधन न्याय योजना की शुरुआत की है. कसडोल जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत छरछेद की महिला समूह गोपालकों से गोबर खरीदकर दीये बनाये जा रहे हैं
चीनी सामान का बहिष्कार
कसडोल नगर में दीपावली पर्व की तैयारियां शुरू हो चुकी है. कोरोना के चलते जहां इस बार सभी त्यौहारों का रंग फीका रहा है. तो इस कोरोना काल में दीपों के पर्व दीपावली में खुशियों के रंग भरने के लिए गोबर से बने खूबसूरत रंग बिरंगे दीये बाजारों में बिकने के लिए तैयार हो रहे हैं और इस बार की दीपावली में कसडोल नगर में मिट्टी के दीयों के साथ बाजारों में घरों को रोशन करने के लिए गोबर से बने दीये भी नजर आने लगे हैं, देश की सीमा पर भारत-चीन के बीच तनाव, चीनी सामग्रियों के बहिष्कार और कोरोना काल के बाद आई मंदी के बाद बलौदाबाजार जिले में स्वदेशी गोबर के दीये इस बार लोगों को देखने के लिए मिलेंगे.
अब तक 4 हजार दीयों की हुई बिक्री
ग्राम पंचायत छरछेद की मां दुर्गा महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं की तरफ से गोबर के दीये बनाए जा रहे हैं. जिससे महिलाओं को घर बैठे ही कम लागत में अतिरिक्त आमदनी होने वाली है. महिलाओं के रोजगार में वृद्धि करने के उद्देश्य से कसडोल जनपद पंचायत ग्राम पंचायतों को गोबर के दीये बनाने के निर्देश दिए गए है. ग्राम पंचायत छरछेद गोबर से दीये बनाने का कार्य भी शुरू करवा दिया है. गोबर से बने दीयों को बढ़ावा देने के लिए कसडोल जनपद पंचायत परिसर में मां दुर्गा महिला स्व सहायता समूह ने स्टाल लगाया. स्व सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि अब तक 4 हजार दीयों का निर्माण किया जा चुका है. 10 रुपए में 4 दिए बेचे जा रहे हैं. उन्हें यह पूरी उम्मीद है कि उनके बनाये दीये बाजारों में खूब बिकेंगे और लोगों को गोबर से बने दीये पसंद आएंगे.