पर्वतारोही सुमन ताम्रकार हिमाचल प्रदेश के सोलांग वैली में स्थित माउंट फ्रेंडशिप पर्वत पर फतह कर अपने घर लौटी, जशपुर कलेक्टर ने सुमन को स्मृति चिन्ह से किया सम्मानित..

जशपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) साकेत वर्मा: जशपुर की रहने वाली सुमन ताम्रकार ने हिमाचल प्रदेश के सोलांग वैली में स्थित माउंट फ्रेंडशिप पर्वत पर 5,289 मीटर की चढ़ाई कर तिरंगा फहराया है. इसके साथ ही सुमन ऐसा करने वाली जिले की पहली महिला पर्वतारोही बन गई हैं. प्रदेश और देश में जशपुर का नाम रोशन करने के लिए जशपुर कलेक्टर और एसपी ने सुमन को स्मृति चिन्ह और शॉल भेंटकर शुभकामनाएं दी हैं, साथ ही आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया है.

mountain climber suman tamrakar

पर्वतारोही सुमन ताम्रकारशहर के भागलपुर की रहने वाली सुमन ताम्रकार ने हिमाचल प्रदेश के सोलांग वैली में स्थित माउंट फ्रेंडशिप पीक पर 21 अक्टूबर 2020 की सुबह 11.08 मिनट पर तिरंगा लहराया है. सुमन ने पूरे सरगुजा संभाग में पहली महिला पर्वतारोही का गौरव प्राप्त किया है. सुमन ताम्रकार ने बताया कि 22 अगस्त को उनका कोरोना रिपोर्ट पाॅजिटिव आया था और उन्होंने 10 दिन तक जशपुर के कोविड केयर सेंटर में रहकर अपना इलाज कराया. 14 दिन तक होम क्वॉरेंटाइन में रहने के बाद सुमन ने माउंट ट्रैकिंग टीम में अपनी जगह बनाने के लिए मेहनत शुरू की. सुमन ने पहली से बारहवीं तक की शिक्षा जशपुर जिले में पूर्ण की है. उन्होंने भिलाई से इलेक्ट्रिकल्स एवं इलेक्ट्राॅनिक्स में इंजीनियरिंग में बीई की डिग्री ली है.

jashpur girl suman tamrakar

पर्वतारोही सुमन ताम्रकार को किया गया सम्मानित


पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने दिखाई हरी झंडी

छत्तीसगढ़ के माउंटेनमैन राहुल गुप्ता से सुमन ने दो महीने का प्रशिक्षण प्राप्त किया है. 9 अक्टूबर को राहुल गुप्ता के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ से 20 लोगों को माउंट ट्रैकिंग के लिए हिमाचल प्रदेश रवाना किया गया था. गृह मंत्री एवं पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने पर्वतारोहियों के दल को हरी झंडी दिखाई थी. इन 20 लोगों में सिर्फ 8 लोग ही शिखर पर पहुंच पाए थे.

8 राज्यों के पर्वतारोही हुए शामिल

माउंट ट्रैकिंग में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उतराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली को मिलाकर कुल 8 राज्यों के पर्वतारोही शामिल हुए थे. सुमन ने बताया कि उन्हें पर्वत की चोटी तक पहुंचने में 4 दिन और वापस आने में 2 दिन का समय लगा. कुल 7 दिन में इस अभियान को पूरा करने का लक्ष्य मिला था. 17 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक इस अभियान को पूरा कर लिया गया.