केशकाल गैंगरेप के पीड़ित परिवार से सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारियों ने मुलाकात की है. समाज के पदाधिकारियों ने सरकार से पीड़ित परिवार को 1 करोड़ का मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है.

कोंडागांव ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ )साकेत वर्मा : केशकाल क्षेत्र के धनोरा थाना अंतर्गत ग्राम छोटे ओड़ागांव में हुए गैंगरेप और सुसाइड केस में 5 आरोपियों की गिरफ्तारी होने के बाद सर्व आदिवासी समाज के जिलाध्यक्ष समेत दर्जनों सदस्यों ने पीड़ित परिवार के घर पहुंच कर मृतिका के परिजनों से मुलाकात की है. समाज के पदाधिकारियों ने पीड़ित परिवार को 1 करोड़ का मुआवजा और एक सदस्य को नौकरी देने की मांग सरकार से की है.

पीड़ित परिवार से मुलाकात

ETV भारत की टीम ने इस खबर के प्रत्येक बिंदु पर पैनी नजर बनाए रखी थी. खबर को प्रमुखता से प्रसारित भी किया गया था. इसके बाद प्रशासन अलर्ट हुआ है और लगातार कार्रवाई हो रही है. शुक्रवार को कोंडागांव जिले के सर्व आदिवासी समाज ने भी परिजनों से मुलाकात कर उनका हाल जाना है. समाज के पदाधिकारियों ने सरकार से पीड़ित परिवार को 1 करोड़ का मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है.

सामूहिक दुष्कर्म और पीड़िता के सुसाइड मामले को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी संज्ञान में लिया है. वहीं घटना के खुलासे के पांच दिनों के बाद मृतक के माता-पिता ने ETV भारत के सामने अपनी बेटी को खोने का दर्द बयां किया.

शुक्रवार को कोंडागांव जिले के सर्व आदिवासी समाज ने भी परिजनों से मुलाकात कर उनका हाल जाना है. समाज के पदाधिकारियों ने सरकार से पीड़ित परिवार को 1 करोड़ का मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है.

पिता ने भी की थी जान देने की कोशिश

7 अक्टूबर से मीडिया के जरिए ये खबर सामने आई कि आदिवासी युवती के साथ दुराचार और उसकी आत्महत्या के 2 महीने बाद भी केस दर्ज नहीं किया गया है. परेशान पिता ने भी जान देने की कोशिश की. जिसके बाद पुलिस की नींद टूटी. देर शाम पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में शव कब्र से निकालकर बिसरा भेजा गया. एसआईटी का गठन किया गया. अब 5 आरोपी हिरासत में हैं. पुलिस परिवार, पड़ोसी और आरोपियों से पूछताछ कर रही है और कार्रवाई का भरोसा दिया है.