कोरबा: सर्दी-खांसी-बुखार के मरीजों की जानकारी लेने घर-घर सर्वे शुरू, जिले में 479 दलों ने घर-घर दी दस्तक लक्षणयुक्त मरीजों की कोरोना जांच केे लिए 55 टेस्टिंग सेंटर बनाए गए..कलेक्टर श्रीमती कौशल की अपील: दें सही जानकारी, निभायें कोरोना से लड़ने में भागीदारी

कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) हिमांशु डिक्सेना : जिले में कोरोना सघन सर्वे अभियान आज से शुरू हो गया है। कोरोना संक्रमण की चैन तोड़ने तथा कोरोना लक्षणात्मक लोगों की जानकारी लेने पांच से 12 अक्टूबर तक कोरोना सर्वे घर-घर जाकर किया जायेगा।

कोरोना सर्वे दल द्वारा प्रत्येक घर में जाकर कोरोना संबंधी लक्षणयुक्त लोगों की जानकारी ली जायेगी। कोरोना सर्वे के लिए जिले भर में कुल 479 सर्वे दल बनाये गये हैं। शहरी क्षेत्र में 67 और ग्रामीण क्षेत्रों में 412 टीमों ने आज से सर्वे का काम शुरू कर दिया हैे।

विकासखंड कोरबा में 74, कटघोरा में 53, करतला में 78, पाली में 93 एवं पोड़ीउपरोड़ा में 114 सर्वे दल बनाये गये हैं। घर-घर भ्रमण कर सर्वे करने वाली टीम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, एएनएम तथा बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता शामिल हैं। कोरोना सर्वे टीम को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा प्रशिक्षण भी दिया गया है। प्रशिक्षण के लिए जिले में 57 प्रशिक्षण केन्द्र बनाये गये हैं। सर्वे टीम द्वारा घर-घर जाकर सर्वे किया जा रहा है एवं लक्षणयुक्त मरीजों की जानकारी ली जा रही है। लक्षणयुक्त मरीजों की जानकारी सेक्टर स्तर पर एकत्रित की जा रही है। इसके लिए सेक्टर स्तर के प्राचार्य और डाटा एंट्री आपरेटर की ड्यूटी लगाई गई है। सर्वे के दौरान पाये गये लक्षणयुक्त मरीजों का एन्टीजोन टेस्ट किया जायेगा। जिले भर में मरीजों के गांव के समीप ही टेस्टिंग सेंटर बनाया गया है। एंटीजेन टेस्ट के लिए कुल 55 टेस्टिंग सेंटर का चिन्हांकन किया गया है। शहरी क्षेत्रों में आठ टेस्टिंग सेंटर बनाये गये हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में 47 टेस्टिंग सेंटर बनाये गये हैं जहां पर लक्षणयुक्त कोरोना संदिग्ध लोंगों की कोरोना जांच की जायेगी। विकासखंड कोरबा में 09, कटघोरा में 07, करतला में 08, पाली में 08 और विकासखंड पोंड़ीउपरोड़ा में 15 कोरोना टेस्टिंग सेंटर बनाये गये हैं।


कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने सर्वे दल को स्वास्थ्य की सही जानकारी देनें लोगों से अपील की है। कलेक्टर ने कहा कि कोरोना सर्वे सामुदायिक संक्रमण को रोकने में बहुत महत्वपूर्ण अभियान है। उन्होंने कहा कि जिले भर में कोरोना लक्षण वाल लोगों की पहचान कर कोरोना जांच कराई जायेगी। कोरोना पाजिटिव लोगों की पहचान होने से कोरोना संक्रमण को रोका जा सकता है। सर्वे के दौरान मिलने वाले कोरोना पाजिटीव लोगों की कोविड अस्पताल या होम आइसोलेशन के माध्यम से ईलाज किया जायेगा। कलेक्टर ने सर्वे दल को सर्दी, खांसी, बुखार तथा गंभीर बीमारी के बारे में सही-सही जानकारी देने की लोगों से अपील की है।
कोरोना सर्वे से संबंधित समस्त गतिविधियां एक सप्ताह में पूर्ण की जायेगी। सर्वे अभियान सप्ताह के दौरान क्षेत्रवार गठित दल द्वारा अपने क्षेत्र में प्रत्येक घरों का भ्रमण किया जायेगा एवं परिवार के केवल लक्षणात्मक व्यक्तियों की जानकारी एकत्रित की जायेगी। घर-घर जाकर लोगों में बुखार सर्दी-खांसी, सांस लेने में तकलीफ, शरीर में दर्द, दस्त तथा उल्टी होगा एवं सूंघने अथवा स्वाद की शक्ति का अहसास न होने जैसे लक्षणों की जानकारी ली जायेगी। सर्वे के दौरान लक्षणात्मक लोगों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी जायेगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लक्षणात्मक व्यक्तियों की जांच की व्यवस्था की जायेगी। जांच के लिये व्यक्तियों की संख्या अधिक होने पर उच्च जोखिम समूह वाले लोगों जैसे 60 वर्ष से अधिक, गर्भवती महिला, पांच वर्ष से कम आयु के बच्चे, उच्च रक्तचाप, डायबिटिज से ग्रसित व्यक्ति, कैंसर अथवा किडनी रोग वाले, टी.बी. रोग, सिकल सेल तथा एड्स के मरीजों की पहले जांच कराई जायेगी।