रायपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) हिमांशु डिक्सेना : छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने गुरुवार को अपने कार्यालय में मरवाही विधानसभा उपचुनाव 2020 के संबंध में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. बैठक में उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मरवाही विधानसभा उपचुनाव के लिए घोषित कार्यक्रम की विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने राजनीतिक दलों से कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए इससे बचाव की व्यवस्था बनाने और आदर्श आचार संहिता का पालन सुनिश्चित करने में सहयोग करने की अपील की. उन्होंने बैठक में बताया कि कोविड-19 की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए 80 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग, दिव्यांग, अधिसूचित आवश्यक सेवाओं में संलग्न मतदाता और कोरोना पॉजिटिव या कोविड संदिग्ध मतदाता जो आइसोलेशन या क्वॉरेंटाइन में रह रहे हैं, उनके लिए डाक मतपत्र से भी मतदान का विकल्प है. बैठक में निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण के संबंध में आयोग के निर्देशों की भी जानकारी दी गई.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि मरवाही विधानसभा उपचुनाव के लिए 9 अक्टूबर को अधिसूचना जारी की जाएगी. उम्मीदवार 16 अक्टूबर तक अपने नामांकन जमा कर सकेंगे. 17 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी और 19 अक्टूबर नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि होगी.
3 नवंबर को होगा मतदान
निर्वाचन के लिए 3 नवंबर को मतदान और 10 नवंबर को मतों की गिनती होगी. प्रत्याशियों को अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स के बारे में भी जानकारी देनी होगी. मरवाही विधानसभा उपचुनाव के लिए कुल 286 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इनमें 237 मूल मतदान केंद्र और 49 सहायक मतदान केंद्र शामिल हैं. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि मतदान केंद्र में मतदाता पंजी पर हस्ताक्षर और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का बटन दबाने के लिए मतदाता को हैंड-ग्लव्स दिया जाएगा. मतदान केंद्र के अंदर मतदाताओं के उपयोग के लिए सैनिटाइजर भी रखे जाएंगे. आइसोलेशन में रह रहे कोरोना मरीज अपने मतदान केंद्र में मतदान के लिए निर्धारित अंतिम घंटे में वोट डाल सकेंगे. बैठक के दौरान जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने मांग की है कि वहां के निर्वाचन अधिकारी को हटाया जाए, क्योंकि उनके वहां रहते हुए निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकता है.
अमित जोगी ने कहा कि आचार संहिता लगने के बाद भी मरवाही में कई कार्यक्रम हो रहे हैं. इस दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों के साथ घूम रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि निर्वाचन अधिकारी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बनकर कांग्रेस के प्रचार-प्रसार में लगे हैं. बैठक में मौजूद भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से जिले के निर्वाचन अधिकारी (कलेक्टर) को हटाने की मांग की है. उन्होंने कांग्रेस के चुनाव प्रभारी और राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को भी मरवाही से हटाने की मांग की है.
इधर बैठक में मौजूद भाजपा के पदाधिकारी ने भी कई आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि मंत्री जयसिंह अग्रवाल मरवाही में रहकर अचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं.