कोरबा उर्जाधानी में मौजूद है कई खूबसूरत झरने व पर्यटन स्थल…

कोरबा सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ (अजय राय) :- पूरे भारत ही नही आज विश्व पटल पर कोरबा जिले को बिजली,खनिज,व कई अन्य खूबियों की वजह से पहचाना जाता है । कोरबा जिले का अधिकांश हिस्सा आज भी घने जंगलों से घिरा हुआ है। इन्ही दुर्गम जंगलों आज भी कई रहस्य व रहस्यमयी स्थान देखे जाते है ।पर्यटन की दृष्टि से सतरेंगा,देवपहरी,झोराघाट,बांगो डेम,बुका बाँध,मड़वारानी पहाड़,कोसगाई देवी मंदिर व न जाने कितने और भी मनोरम दार्शनिक स्थल है। इन्ही में से एक है । रिखी पहाड़ का यह खूबसूरत रानीझरिया झरना। लगभग 150 फीट ऊंचे इस झरने को देखने का अलग ही आनंद है।


जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर दूर व बालको थाना अंतर्गत आने वाले अज़गर बाहर से लगभग 5 किलोमीटर पैदल यात्रा कर इस स्थान पर पहुंचा जा सकता है। पहुंच मार्ग नहीं होने से यहां गिनती मात्र के लोग ही पहुच सके है।


दरअसल सतरेंगा मार्ग में जाते समय ही अजगरबहार से इस स्थल की ओर जाने का रास्ता है । ऊबड़खाबड़ पठार ,उफनते तेज बहाव वाले नाले व जंगली झाड़ियों के बीच से गुजरने के पश्चात ही यह मनमोहक दृश्य दिखाई पड़ता है। इस शानदार झरने का बस एक झलक मिलते ही रास्ते भर की थकान दूर हो जाती है।स्थानीय लोगो की माने तो इस स्थल में अक्सर भालू,लकड़बग्घे, लोमड़ी व अन्य खतरनाक जंगली जानवर देखे गये है। किंतु प्रशासन द्वारा झरने तक पहुंचने के लिए सड़क की सुविधा दे दी जाए तो लोगों को पर्यटन का बेहतर नजारा देखने को मिल सकता है। वैसे तो रानीझरिया झरना अभी भी स्वक्छ व निर्मल है स्थानीय लोगो का कहना है कि अगर इसे पिकनिक स्पॉट के रूप मे विकसित किया गया तो यह जगह गंदी व कचरे से पट जाएगी।


हालांकि आबादी वाले इलाकों से इसकी दूरी सबसे कम है। लेकिन अधिक लोगों को जानकारी न होने के कारण यहां तक भीड़ नही पहुची है। लिहाज़ा आसपास के ग्रामीण व चंद जानकार लोग ही इस जलप्रपात का आनंद उठाते है।
प्रकृति में न जाने कितने रहस्य समाहीत है। बात की जाए कोरबा जिले कि तो यहाँ सैकड़ो जलप्रपात,झरने, प्राकतिक बांध ,घाटी व ऐसे कई स्थान है जो आपका मन मोह ले, भाग-दौड़ भरी इस जिंदगी में ऐसे स्थानों पर समय बिताना मानो अपने आप को रिचार्ज करने जैसा है।


तो फिर तैयार हो जाइए एक शानदार अनुभव के लिए और लुफ्त उठाइये इस मनमोहक प्राकृतिक स्थल का अपने दोस्तों व घर वालो के साथ।

कोरबा से अजय राय की रिपोर्ट…..।