कोरबा की गोद में छटा बिखेरती प्रकृति..कल कल बहती अछूती झरनों का समूह

कोरबा/कटघोरा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) :- कटघोरा से महज़ 15 किलोमीटर दूर तुमान पसान रोड पर बिंझरा गाँव में ऐतिहासिक एवं प्राचीन राजग्वालीन माता मंदिर है एक ओर जहां राजग्वालीन माता को लेकर एक अलग ही लोक मान्यता है, तो वंही माता मंदिर के सामने से एक पगडंडी घने जंगल को जाता है जिसे पार करते हुए लगभग 1 किलोमीटर की दुरी पर एक विशाल और लोक पहुँच से अछूता झरना है

राजग्वालीन झरना (टाइगर फॉल) बिंझरा

इस झरने को सामान्यतः राजग्वालीन झरना (टाईगर फॉल्स ) के नाम से जाना जाता है इसकी ऊंचाई लगभग 45-50 फीट होगी ..इसके ऊपर दुर्गम चढ़ाई चढ़ने पर झरनों की मानों श्रृंखला ही लग जाती है छोटे बड़े लगभग 10 से 12 झरने कल कल करते झरते हैं ..कहुवा नाला पर स्थित यह झरना बरसात में अपने पुरे शबाब पर है

ग्वाला झरना

अंत में बाहुबली झरना के नाम से जाना जाने वाला झरना ग्वाला झरना के रूप में विख्यात रहा है …इसके साथ ही क्षेत्रीय पर्यटक आस्था से जोड़कर झरनो को सामान्यतः नाग झरना, कागा झरना, ग्वाला झरना और राजग्वालीन झरना नाम देते हैं

साकेत वर्मा की रिपोर्ट…!