70 वें गणतंत्र दिवस पर कटघोरा में प्रशासन द्वारा किया गया नगर पालिका अध्यक्ष को दरकिनार कटघोरा विधायक द्वारा किया गया ध्वजारोहण, लोगों में रह कौतूहल का विषय प्रशासनिक अव्यवस्थाओं के चलते प्रतिभागी एवं स्कूली बच्चे बारिश में भीगते रहे

कोरबा ( कटघोरा ) -भारतीय संविधान को सम्मान देने के लिये 26 जनवरी को पूरे सम्मान के साथ हर वर्ष भारत में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है क्योंकि आज ही के दिन 1950 में ये लागू हुआ था। भारतीय संविधान ने 1935 के अधिनियम को बदल कर खुद को भारत के संचालक दस्तावेज़ के रुप में स्थापित किया था। इस दिन को भारतीय सरकार द्वारा राष्ट्रीय अवकाश के रुप में घोषित किया गया है। भारतीय संवैधानिक सभा द्वारा नये भारतीय संविधान की रुप-रेखा तैयार हुई और स्वीकृति मिली तथा भारत के गणतांत्रिक देश बनने की खुशी में इसे हर वर्ष 26 जनवरी को मनाने की घोषणा हुई। इसी तारतम्य में कोरबा जिले के कटघोरा में भी 70 वा गणतंत्र दिवस मनाया गया, लेकिन कटघोरा वासियों में नगर पालिका अध्यक्ष का स्कूल ग्राउंड में ध्वजारोहण ना करना कौतूहल का विषय बना रहा यहां यह बताना लाजमी होगा इस वर्ष कटघोरा विधायक पुरुषोत्तम कंवर द्वारा ध्वजारोहण किया गया।
नगर पालिका अध्यक्ष ने इस कार्यक्रम का समस्त पार्षदों के द्वारा बहिष्कार किया। तथा उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान बताया कि 50 वर्षों के इतिहास में आज तक नगर के मुख्य प्रथम नागरिक के द्वारा ही ध्वजारोहण किया जाता रहा गया है। लेकिन इस वर्ष कटघोरा में विधायक के द्वारा ध्वजारोहण किया जाना यह आश्चर्य का विषय रहा। तथा अतिथि निमंत्रण पत्र में नगर पालिका अध्यक्ष का नाम न अंकित होना यह भी सोचनीय विषय बना हुआ है ।
सबसे बड़ी चीज आज के कार्यक्रम में यह देखने वाली थी कि मंच पर आसीन अतिथियों में नगर के अधिकांश पार्षद, अध्यक्ष नदारद रहे। तथा कटघोरा विधायक पुरषोत्तम कंवर, कटघोरा के कुछ कांग्रेसी नेता एवं प्रशासनिक अधिकारी ही मंचासीन रहे। मंच पूर्ण रूप से कांग्रेस मय नज़र आ रहा था। मंच पर ना तो अध्यक्ष थी ना कि पार्षद गण। बारिश के चलते जहाँ स्कूली बच्चे पानी में भीग रहे रहे वहीं अतिथि मंच पर कार्यक्रम संबोधित करते हुए नज़र आये। प्रशासनिक अव्यवस्थाओं तथा स्कूल प्रबंधन द्वारा किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नही किये जाने से कार्यक्रम में प्रतिभागी व स्कूली बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। परंतु मंच पर आसीन प्रशासनिक अधिकारी व जनप्रतिनिधि इन सब अव्यस्थाओं का आनंद लेते हुए नज़र आ रहे थे।