40 दिनों बाद बाज़ार खुलते ही लोग भूल गए वो ‘मौत का मंजर’ , ऐसी लापरवाही में कोई नही रोक सकता तीसरी लहर..

जगदलपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): लॉकडाउन में रियायत मिलते ही एक बार फिर बस्तरवासी कोरोना को लेकर बनाए गए सभी नियमों की धज्जियां उड़ाते दिख रहे हैं. शहर के मुख्य बाजारों से लेकर कपड़ा मार्केट और सब्जी मंडियों में लोग लापरवाही बरत रहे हैं. इन मुख्य बाजारों और सब्जी मंडियों में अधिकतर लोग सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का उपयोग नहीं कर रहे हैं. खासकर शहर के संजय मार्केट में ज्यादा लापरवाही बरती जा रही है.

सब्जी मंडी और किराना सामानों का मुख्य बाजार होने की वजह से सुबह से शाम तक सैकड़ों की संख्या में लोग मार्केट पहुंचते हैं. बावजूद इसके न ही सब्जियों के विक्रेता और न ही किराना स्टोर्स के संचालक सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क को लेकर गंभीर हैं.

अधिकतर लोग मास्क का उपयोग नहीं कर रहे हैं

40 दिनों तक संपूर्ण लॉकडाउन के बाद बस्तर कलेक्टर ने लॉकडाउन में कुछ छूट देते हुए 26 मई से सब्जी मंडियां, मुख्य बाजार और कपड़ा व्यापारियों को राहत दे दी है, लेकिन इसके साथ ही नियम के मुताबिक कोरोना के सभी नियमों का पालन करने के लिए भी सख्त आदेश जिला प्रशासन ने दिया है. बावजूद इसके देखा जा रहा है कि शहर के मुख्य बाजारों में कोरोना को लेकर एक बार फिर घोर लापरवाही बरती जा रही है. अधिकतर लोग मास्क का उपयोग नहीं कर रहे हैं और ना ही संस्थानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा रहा है. जिला प्रशासन और नगर निगम के आदेश अनुसार सभी दुकान संचालकों को अपने संस्थानों के सामने गोला बनाने के सख्त आदेश दिए गए हैं. बावजूद इसके किसी दुकान में गोला का पालन किया जा रहा है और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि अनलॉक की छूट मिलते ही एक बार फिर शहर के मुख्य बाजारों में व्यापारी और आम जनता कोरोना को न्यौता देने में लगे हुए हैं.

जिले में कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है और आए दिन जिले में 100 के पार ही संक्रमित मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है. लॉकडाउन में आंशिक छूट के साथ ही जिला प्रशासन के द्वारा व्यापारियों से और आम जनता से बार-बार कोरोना के नियमों का पालन करने की अपील की जा रही है. बावजूद इसके अनलॉक की छूट मिलते ही बस्तरवासी एक बार फिर लापरवाही बरत रहे हैं. शहर के मुख्य बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का उपयोग अधिकतर लोगों के द्वारा नहीं किया जा रहा है. निगम प्रशासन भी सही से अब ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है.