30 किलोमीटर लंबी सड़क की स्वीकृति पर सियासत , क्रेडिट लेने सामने आये बीजेपी कांग्रेस.

धमतरी(सेंट्रल छत्तीसगढ़): जिले के कोलयारी खरेंगा (Koliyari Kharenga Marg) की स्वीकृति मिलते ही अब श्रेय लेने की सियासत शुरू हो गई है. बीजेपी और कांग्रेस के नेता अब वाहवाही लूटने के लिए एक-दूसरे पर आरोप लगाने से पीछे नहीं हट रहे हैं. बीजेपी विधायक (Dhamtari MLA) ने इस मार्ग के लिए कई प्रयास किए जाने की दावा किया है. तो वहीं कांग्रेस नेता (Dhamtari Congress leader) ने इसे संघर्षों के बाद कांग्रेस सरकार की उपलब्धि बताई है.

क्रेडिट लेने सामने आए बीजेपी कांग्रेसकोलयारी खरेंगा मार्ग (Kolyari Kharenga Marg) की सड़क लंबे समय से जर्जर है. बदहाल सड़क होने की वजह से यहां आए दिन लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे थे. इस सड़क से रोजाना सैंकड़ों गाड़ियां भी गुजरती हैं. सड़क की खराब हालत की वजह से कई लोगों ने सड़क हादसे में अपनी जान गवांई है. इस वजह से कोलयारी खरेंगा मार्ग के चौड़ीकरण की मांग ग्रामीण कई साल से कर रहे हैं.

Koliari

कोलियारी

सड़क के चौड़ीकरण की मांग को लेकर कई धरना प्रदर्शन और आंदोलन हो चुके है. तत्कालीन मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह के सरकार में कांग्रेस नेताओं और ग्रामीणों ने पदयात्रा कर सड़क चौड़ीकरण के लिए आवाज उठाई थी. लेकिन उस वक्त इस सड़क को स्वीकृति नहीं मिल पाई थी.

सड़क के लिए करना पड़ा संघर्ष

बीजेपी विधायक रंजना साहू का कहना है कि जब से वह विधायक बनी है तब से इस सड़क के लिए राज्य सरकार और संबंधित विभागों से पत्राचार किया है. जिसका नतीजा है कि इस सड़क को एडीबी प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है. कांग्रेस के आरोपों पर उन्होने कहा कि कांग्रेस के अलग-अलग नेता स्वीकृति कराने की बातें कह रहे हैं, तो वह पहले तय कर लें कि किसने स्वीकृति कराई है.

विधायक का कोई योगदान नहीं

जिला पंचायत उपाध्यक्ष और कांग्रेस नेता नीशू चन्द्राकर ने कहा है कि सड़क की स्वीकृति में विधायक को श्रेय नहीं लेना चाहिए. इसमें उनका कोई योगदान ही नहीं है. बल्कि बीजेपी शासनकाल में इस बहु प्रतीक्षित मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया गया था. जब प्रदेश में कांग्रेस सरकार आई तो कांग्रेस नेताओं की मांग पर मुख्यमंत्री ने मंच स्वीकृति की घोषणा की थी.

गौरतलब है कि कोलयारी खरेंगा से लेकर जोरातराई तक तकरीबन 30.10 किलोमीटर सड़क को राज्य सरकार ने एडी