कोरबा जिले के पाली मे बारिश ने बदहाल हुई सड़क ने किया राहगीरों को परेशान,दोपहिया सवार लगातार हो रहे हादसे का शिकार तो बड़ी गाड़ियों के फंसने से रोजाना जाम की स्थिति निर्मित.

हिमांशु डिक्सेना कोरबा:- जिले की विकास में सड़क,स्वास्थ्य और शिक्षा की अहम भूमिका रहती है।जिसमे सड़क पहले पायदान पर रहता है।लेकिन जिले की बदत्तर सड़कों को देखकर विकास की गाथा कहना बेईमानी सी लगती है।जी हाँ हम बात कर रहे हैं पाली से कटघोरा एनएच 111 राष्ट्रीय राजमार्ग की जहाँ आवागमन के लिए प्रमुख इस सड़क में बारिश के कारण हुए जानलेवा गड्ढों की वजह से आवागमन में बेहद परेशानी हो रही है।इसके अलावा सड़क से अलग हुए गिट्टी बोल्डर भी पहियों में दबकर छिटकते हुए हादसे को बढ़ावा दे रहे है।

आपको बता दें कि पाली से कटघोरा जाने वाली मुख्य मार्ग के मध्य इन दिनों बारिश की वजह से बदहाल होने के कारण मार्ग पर आवागमन करने वाले राहगीरों को भारी खतरों के बीच सफर करना पड़ रहा है।मुख्यतः पाली नगर,डूमरकछार चौक,घुईचुंवा के समीप,सुतर्रा बस स्टैंड एवं कटघोरा नगर में सड़क पर हुए जानलेवा गड्ढों ने सबको परेशान कर रखा है।बारिश में सड़क से डामर व गिट्टी उखड़कर अलग हो गए हैं।और जगह-जगह डेढ़ से दो फीट के निर्मित खतरनाक गड्ढों पर पानी भरे होने से रोजाना दोपहिया सवार दुर्घटना का शिकार हो रहे है।वहीं चारपहिया के अलावा भारी वाहने भी उन भयावह गड्ढों में फंस रही है।इसके अतिरिक्त सड़क से गुजरते समय वाहन के चक्के से गिट्टी व बोल्डर का दब के उड़ना अब आम हो गया है।गिट्टी व बोल्डर के उड़ने से भी राहगीर इसका शिकार हो रहे हैं।हालात यह हो गई है कि बारिश में भारी कीचड़ व सूखे में धूल खाते जिले की सड़क पर सफर तय करने की मजबूरी बनी रहती है।कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल द्वारा इस मुख्यमार्ग के दयनीय स्थिति को लेकर गत दिनों राष्ट्रीय राजमार्ग,लोक निर्माण विभाग,छत्तीसगढ़ राज्य सड़क विकास निगम और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर मार्ग की अतिशीघ्र मरम्मत कराने के दिये गए निर्देश के बाद भी अब तक गड्ढों का भराव एवं मरम्मत कार्य प्रारंभ नही कराया जा सका है।लगता है कलेक्टर निर्देश उक्त अमलो के लिए कोई मायने नही रखता शायद इसीलिए संबंधित विभाग इस ओर चिंतित नही है।लेकिन आवागमन के दौरान कहीं कोई बड़ा हादसा न घटित हो इस बावत् उक्त मार्ग से गुजरने वाले राहगीर अपने गतव्यं तक पहुँचने से पहले काफी चिंतित रहते हैं।