स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पेंड्रा को जिला बनाने घोषणा की है। इसके बाद अब पसान व आसपास के पंचायतों को पेंड्रा या फिर मरवाही से जोड़ने की मांग उठी है।

हिमांशु डिक्सेना कोरबा – पसान क्षेत्र के ग्राम पंचायतों के सरपंच, जनपद सदस्यों ने प्रस्ताव बनाकर मुख्यमंत्री से मांग की है कि उन्हें पेंड्रा या मरवाही से जोड़ा जाए। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि कोरबा में शामिल पसान आखिरी छोर पर हैं। जिला मुख्यालय से पसान की दूरी 100 किलोमीटर व विकासखंड से 85 किलोमीटर की दूरी है। इस वजह से क्षेत्र का विकास नहीं हो पाया है। ग्रामीणों को क्षेत्र की समस्या के निराकरण के लिए 8 से 10 घंटे का सफर तय कर जिला मुख्यालय पहंुचते हैं। कई बार अधिकारियों से मुलाकात नहीं होती है। इससे समय की बर्बादी होती है। आने-जाने में काफी खर्च होता है। पेंड्रा के जिला बनने पर पसान व आसपास पंचायतों को इसमें शामिल किया जाए। इससे क्षेत्र के विकास होने के साथ ग्रामीणों को समस्याओं के निराकरण के लिए 100 किलोमीटर की दूरी तय कर जिला मुख्यालय पहुंचने की मजबूरी नहीं रहेगी।