सोलर प्लांट की बैटरी खराब,अंधेरे में जी रही 1000 की आबादी

सूरजपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): इन दिनों सोशल मीडिया में एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में गांव की कुछ महिलाएं क्रीड़ा विभाग पर बिजली मुहैया कराने के बाबत ड्युपकेट बैटरी लगाने का आरोप लगा रही हैं. यह वीडियो सूरजपुर के बिहारपुर इलाके की रामगढ़ ग्राम पंचायत का बताया जा रहा है.

बता दें कि रामगढ़ ग्राम पंचायत की आबादी 1000 से ज्यादा है. ये ग्रामीण आदिवासी हैं. इस गांव में आजादी के बाद से अभी तक बिजली नहीं पहुंची है. जिला प्रशासन की ओर से ग्रामीणों को बिजली मुहैया कराने के लिए पूरे गांव में सोलर प्लांट लगायी गयी है. लेकिन महिलाओं का आरोप है कि कई महीने से यहां सोलर प्लांट की बैटरी खराब पड़ी है, लेकिन क्रीड़ा विभाग ने इसे सुधारने के लिए अब तक कोई पहल नहीं की है. ग्रामीणों की शिकायत के बाद क्रीड़ा विभाग ने यहां बैटरी तो लगा दी, लेकिन यह बैटरी काम नहीं कर रही है. इस वजह से आज भी यहां के ग्रामीण अंधेरे में जीने को मजबूर हैं.

सोलर प्लांट की बैटरी खराब

ग्रामीण दे रहे आंदोलन की चेतावनी

सूरजपुर के बिहारपुर इलाके की रामगढ़ ग्राम पंचायत के ग्रामीण काफी गरीब हैं. उनका कहना है कि वे गरीबी के कारण जमीन पर सोते हैं. गांव में सर्पदंश से कई महिलाओं की मौत भी हो चुकी है. इस कारण ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है. वहीं अब लगातार शिकायत के बावजूद क्रीड़ा विभाग द्वारा बैटरी नहीं लगाये जाने पर ग्रामीण आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं. जबकि क्रीड़ा विभाग आर्डर देने की बात कर रहा है और जल्द ही इस समस्या के समाधान का दावा कर रहा है.

छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश का बॉर्डर है रामगढ़ ग्राम पंचायत

यहां यह बताना महत्वपूर्ण होगा कि रामगढ़ ग्राम पंचायत छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश का बॉर्डर है. यह इलाका पिछले कई दशकों से उपेक्षा का दंश झेल रहा है. आज जहां एक ओर बिजली के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती, वहां ये ग्रामीण पिछले कई दशकों से अंधेरे में रहने को मजबूर हैं. ग्रामीणों का कहना है कि जिला प्रशासन ने महज खानापूर्ति के लिए इस गांव में सोलर प्लांट तो लगवा दिया, लेकिन उसके बाद ग्रामीणों की स्थिति क्या है, सोलर प्लांट कैसा काम कर रही है, इसकी सुध लेने वाला कोई गांव नहीं पहुंचा है.