सूरजपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच CMHO की ओर से जारी एक आदेश ने आयुर्वेदिक दवाओं पर सवाल खड़ा कर दिया है. CMHO ने 5 मई को आदेश दिया था कि आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमित मरीज आयुर्वेदिक दवा ना लें. आदेश का आयुर्वेदिक चिकित्सक विरोध कर रहे हैं. चिकित्सकों का कहना है कि इस आदेश को वापस लेना चाहिए.
आयुर्वेदिक चिकित्सकों का विरोध
सूरजपुर CMHO डॉ. आरएस सिंह ने 5 मई को होम आइसोलेशन को लेकर एक प्रोटोकॉल जारी किए थे. जारी प्रोटोकॉल के अनुसार जिले के सभी ब्लॉक चिकित्सा अधिकारीयों को निर्देश दिए थे कि, कोरोना संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेशन में आयुर्वेदिक दवा ना दें. जिसके बाद आयुर्वेदिक चिकित्सक कैमरे पर बोलने से तो मना कर रहे हैं, लेकिन CMHO के जारी प्रोटोकॉल का विरोध कर रहे हैं. आयुर्वेदिक चिकित्सकों का कहना है कि आयुर्वेदिक इम्यूनिटी बूस्टर से लोगों का रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाया जा रहा है. इस प्रचार-प्रसार अच्छे डॉक्टर और अच्छी संस्थाएं कर रही हैं. लेकिन CMHO इसका विरोध कर रहे हैं.
सीएमएचओ ने बनाई मीडिया से दूरी
वहीं दूसरी ओर जिले के CMHO ने मीडिया से दूरी बना रखे हैं. हालांकि उन्होंने ने 5 मई को जारी किए आदेश के बाद दोबारा संशोधित आदेश जारी किया है. जिसमें आयुर्वेदिक दवा वितरण पर प्रतिबंध वाले निर्देश को त्रुटि बताते हुए उसका खंडन किया गया है